व्यापार

कंपनी को बड़ा झटका, इंटरव्यू में महिला से ये सवाल पूछना पड़ा भारी

jantaserishta.com
22 Aug 2022 5:23 AM GMT
कंपनी को बड़ा झटका, इंटरव्यू में महिला से ये सवाल पूछना पड़ा भारी
x

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: कहावत है, किसी महिला से उसकी उम्र और किसी पुरुष से उसकी सैलरी नहीं पूछी जानी चाहिए. दुनिया की सबसे बड़ी पिज्जा कंपनियों में से एक Domino's Pizza के अधिकारियों को इस कहावत की अनदेखी भारी पड़ गई और इसका परिणाम हुआ कि कंपनी को अंत में माफीनामे के साथ भारी-भरकम मुआवजे का भुगतान करना पड़ गया. यह मामला उत्तरी आयरलैंड का है.

दरअसल Domino's Pizza की ओर से उत्तरी आयरलैंड में डिलीवरी पार्टनर्स की वैकेंसी निकाली गई थी. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक महिला जेनिस वॉल्श ने भी Domino's Pizza के डिलीवरी पार्टनर की नौकरी के लिए आवेदन किया. कंपनी ने वॉल्श को इंटरव्यू के लिए भी बुलाया. इंटरव्यू के दौरान पैनल ने वॉल्श से उनकी उम्र पूछ ली. बाद में वॉल्श को रिजेक्ट कर दिया गया. यह Domino's Pizza को भारी पड़ गया और वॉल्श ने इसके बाद कंपनी के खिलाफ लिंग व उम्र के आधार पर भेदभाव करने का मुकदमा दायर कर दिया.
रिपोर्ट के अनुसार, जेनिस वॉल्श का दावा है कि उन्हें Domino's Pizza ने उनकी उम्र और लिंग के कारण डिलीवरी पार्टनर की नौकरी नहीं दी. वह बताती हैं कि जब इंटरव्यू पैनल ने उनसे उम्र के बारे में पूछताछ की और उन्होंने उसका जवाब दिया, उसके बाद पैनल ने पेपर पर कुछ लिखा और उसे कलम से घेरा लगा दिया. वॉल्श ने देखने का प्रयास किया कि पैनल के सदस्यों ने क्या ऑब्जर्वेशन लिखा है, तो उन्हें यह कहते हुए मना कर दिया गया कि कैंडिडेट को यह नहीं दिखाया जा सकता है.
वॉल्श इंटरव्यू देकर लौट गई और कंपनी के रिस्पॉन्स का इंतजार करने लगी. रिपोर्ट में वह बताती हैं कि उनके इंटरव्यू के बाद भी जब कंपनी ने डिलीवरी पार्टनर्स की वैकेंसी का जॉब एडवरटाइजमेंट दिया, तो उन्हें लगा कि शायद वह रिजेक्ट हो गई हैं. बाद में उनका रिजेक्शन कंफर्म भी हो गया. इसके बाद वॉल्श के दिमाग में ख्याल आया कि कहीं उनकी उम्र और लिंग की वजह से Domino's Pizza ने रिजेक्ट तो नहीं किया. वह दावा करती हैं कि उनके रिजेक्शन की वजह उम्र और लिंग ही है. वह बताती हैं, 'मैंने केवल पुरुषों को ही डिलीवरी पार्टनर के रूप में काम करते देखा है. मुझे लगता है कि महिला होने की वजह से मुझे ड्राइवर की नौकरी नहीं मिली.'
वॉल्श ने इस बारे में Domino's Pizza के संबंधित ब्रांच के कर्मचारियों से भी बातचीत की. बातचीत में एक कर्मचारी ने बताया कि ड्राइवर के काम के लिए 18 से 30 साल तक के लोगों को उपयुक्त माना जाता है. ये जानकारियां जुटाने के बाद वॉल्श ने Domino's Pizza के खिलाफ लिंग व उम्र के आधार पर नौकरी में भेदभाव करने का मुकदमा दायर कर दिया. उन्होंने Domino's Pizza के संबंधित ब्रांच और उसके मालिक जस्टिन क्वर्क के खिलाफ भेदभाव का मुकदमा दायर किया.
इसके बाद Domino's Pizza के इंटरव्यू पैनल के एक सदस्य ने वॉल्श से संपर्क किया और उनसे माफी मांगी. पैनल के सदस्य ने गलती स्वीकार करते हुए वॉल्श को बताया कि इंटरव्यू में किसी की उम्र पूछना ठीक नहीं है, यह बात उन्हें मालूम नहीं थी. बाद में उत्तरी आयरलैंड के समानता आयोग ने वॉल्श के मुकदमे की सुनवाई की. आयोग ने पाया कि Domino's Pizza के खिलाफ वॉल्श के आरोप सही हैं. इसके बाद Domino's Pizza के संबंधित ब्रांच के मालिक ने भी महिला से माफी मांगी और हर्जाने के तौर पर 4,250 पाउंड यानी करीब 3.70 लाख रुपये का भुगतान किया.


Next Story