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Bharti Airtel 5 अक्टूबर को लाएगी 21,000 करोड़ रुपये का राइट इश्यू, बोर्ड ने दी मंजूरी, सस्ते दाम में शेयर खरीदने का मौका

Renuka Sahu
23 Sep 2021 2:45 AM GMT
Bharti Airtel 5 अक्टूबर को लाएगी 21,000 करोड़ रुपये का राइट इश्यू, बोर्ड ने दी मंजूरी, सस्ते दाम में शेयर खरीदने का मौका
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फाइल फोटो 

टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल का करीब 21,000 करोड़ रुपये का राइट इश्यू 5 अक्टूबर को खुलेगा.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल (Bharti Airtel) का करीब 21,000 करोड़ रुपये का राइट इश्यू 5 अक्टूबर को खुलेगा.कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि राइट इश्यू की पात्रता को लेकर रिकॉर्ड तिथि 28 सितंबर तय की गयी है. Bharti Airtel के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 29 अगस्त को राइट इश्यू के जरिये 21,000 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दी थी. यह राशि 230 रुपये के प्रीमियम समेत 535 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जुटायी जाएगी.

कंपनी ने सूचना में कहा कि उसकी निदेशकों की विशेष समिति ने राइट इश्यू खुलने के लिये पांच अक्टूबर की तारीख को मंजूरी दी है जबकि 21 अक्टूबर 2021 को यह बंद होगा. समिति ने शेयरधारकों की पात्रता के निर्धारण के लिये रिकार्ड तिथि के रूप में 28 सितंबर को मंजूरी दी है.
क्या होता है राइट्स इश्यू?
इसके तहत मौजूदा शेयरधारकों को निश्चित अनुपात में नए शेयर जारी किये जाते हैं. कंपनी अक्सर रकम जुटाने के लिए राइट्स इश्यू का सहारा लेती है. शेयरधारक के पास जितने शेयर होते हैं, उसी के हिसाब से उसे राइट्स शेयर बेचे जाते हैं. अगर राइट्स इश्यू 2:5 का है तो निवेशक को 5 शेयरों पर 2 राइट्स शेयर बेचे जाएंगे.
राइट्स इश्यू को आकर्षक बनाने के लिए इनका भाव चालू बाज़ार भाव से कम रखा जाता है.राइट्स इश्यू जारी करने से कंपनी की पूंजी बढ़ती है.आसान शब्दों में कहें तो अगर आपके पास भारती एयरटेल का शेयर है तो आप कंपनी के राइट्स इश्यू में सस्ते दाम पर शेयर खरीद सकते है.
क्या निवेशक को ये शेयर खरीदना होता है जरूरी?
अगर आप पहले से शेयरधारक है तो राइट्स इश्यू में शेयर खरीदना जरूरी नहीं है. वे आप अपने राइट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसे में अगर निवेशकों को लगता है कि कंपनी में आगे ग्रोथ का अनुमान है और सस्ते दाम पर शेयर मिल रहे तो पैसा लगाया जा सकता है.
कंपनी क्यों लाती है राइट्स इश्यू
कंपनी रकम जुटाने के लिए राइट्स इश्यू लाती है. कई बार कंपनी कारोबार के विस्तार या किसी दूसरी कंपनी के अधिग्रहण के लिए पैसा जुटाने के वास्ते राइट्स इश्यू लाती है. कुछ कंपनियां कर्ज के बोझ को कम करने के लिए भी राइट्स इश्यू का सहारा लेती हैं.
शेयर पर क्या असर होगा असर
राइट्स इश्यू का कंपनी के शेयर बेस पर सीधा असर पड़ता है. राइट्स इश्यू के बाद कंपनी का इक्विटी बेस बढ़ जाता है. इसके चलते स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के शयरों की लिक्विडिटी बढ़ जाती है. कंपनी की ओनरशिप में कोई बदलाव नहीं होता है. इसका मतलब यह है कि कंपनी का मालिकाना हक उन्हीं लोगों के पास बना रहता है, जो पहले से मालिक थे.


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