BGMI ने उठाया ठोस कदम, 1.42 लाख अकाउंट्स हुए बैन, चीटर्स और हैकर्स को मिली सजा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Battlegrounds Mobile India (BGMI) की लोकप्रियता देश में दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है. लॉन्च होने के कुछ ही समय बाद, पिछले महीने इस वीडियो गेम ने देश में कुल 50 मिलियन डाउनलोड्स का आंकड़ा पार किया. गेम खेलने वालों की संख्या के साथ-साथ चीटिंग करने वालों की संख्या भी बढ़ती दिखाई दे रही है. आइए देखें गेम की निर्माता कंपनी Krafton ने चीटर्स को रोकने के लिए ऐसा क्या किया..
Krafton की एंटी-चीटिंग रिपोर्ट
BGMI एक बैटल रॉयल गेम है जहां यूजर्स को मिशन्स पूरे करने होते हैं और गेम के अंत तक जीवित रहना होता है. ऐसे में, कई सारे खिलाड़ी जीतने के लिए गलत तरीकों यानी चीटिंग का सहारा लेने लगे हैं. चीटिंग को कंट्रोल करने और अपने यूजर्स को एक सुरक्षित और अच्छा गेमिंग अनुभव देने की कोशिश में कंपनी ने एक एंटी-चीटिंग सॉफ्टवेयर बनाया है. साथ ही, अगस्त से क्राफ्टन ने एक एंटी-चीटिंग रिपोर्ट जारी करना शुरू कर दिया है जिसे वह समय-समय पर अपडेट भी करता है.
1.42 लाख खिलाड़ियों के अकाउंट हमेशा के लिए हुए बैन
क्राफ्टन का कहना है कि उन्होंने कंपनी के सिक्योरिटी सिस्टम और कम्यूनिटी मॉनिटरिंग से कुछ मामलों की छानबीन की और उन गेमर्स के बारे में पता लगाया जो गेम में आगे बढ़ने और जीतने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. कंपनी की एंटी-चीटिंग रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट की गई है है कि उन्होंने चीटिंग रोकने और हैकिंग के खिलाफ कदम उठाने में करीब 1,42,578 यानि 1.42 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को हमेशा के लिए बैन कर दिया है. यह सारे अकाउंटस 3 सितंबर से 9 सितंबर के बीच बैन किए गए हैं.
कंपनी ने यह बयान दिया है कि सही तरीके से खेलने वाले खिलाड़ियों को इन चीटर्स की वजह से गेम में पीछे न रहना पड़े, इसके लिए कंपनी लगातार प्रयास कर रही है और रोज अकाउंट्स ब्लॉक किए जा रहे हैं. आपको बता दें कि Battlegrounds Mobile India (BGMI) कुछ महीनों पहले भारत में तब लॉन्च किया गया था जब PUBG को बैन किया गया था. तब से लेकर अब तक में इस गेम को खेलने वालों की संख्या लगातार बढ़ी है और यह गेम लोगों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है.