x
उनके प्रोफेशन, पर्सनैलिटी, फैमिली बैकग्राउंड जैसी चीजों पर विचार करती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।जब भी आप शादी करने की सोचते हैं तो आपके जेहन में सबसे पहला यही ख्याल आता है कि आपका पार्टनर परफेक्ट हो. पार्टनर के बारे में सब कुछ जानने के लिए आप और आपके परिवार वाले हर लेवल पर पड़ताल करते हैं. जबकि युवतियां अपने लाइफ पार्टनर के बारे में फैसला करने से पहले उनके प्रोफेशन, पर्सनैलिटी, फमिली बैकग्राउंड जैसी चीजों पर विचार करती हैं.
विदेशों में टूट जाती हैं शादियां इसलिए जरूरी
वहीं पुरुष अपने लाइफ पार्टनर को एक्टिव, सुंदर और कल्चरल देखना पसंद करते हैं लेकिन अधिकतर लोग शादी से पहले अपने पार्टनर की फाइनेंशिल डिसिप्लिन (वित्तीय अनुशासन) देखने की कोशिश नहीं करते हैं. वही विदेशों में क्रेडिट यानी सिबिल स्कोर (Cibil score) खराब होने के आधार पर शादियां (Marriage) तक टूट जाती हैं.
वित्तीय अनुशासन का मतलब है कि आपका क्रेडिट स्कोर सही हो और अगर आप किसी भी तरह का लोन के लिए अप्लाई करें तो यह बाधक न बने. उदाहरण के लिए आप की शादी ऐसे पार्टनर से होती है जो क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन का डिफॉल्टर हो और आप नए घर के लिए उसके साथ ज्वाइंट होम लोन लेना चाहते हैं तो बेहद मुश्किल हालात खड़े हो सकते हैं. यानी पार्टनर के क्रेडिट स्कोर की वजह से आपका अपने घर का सपना अधूरा रह सकता है.
फाइनेंशियल आदतों का समझना जरूरी
ऐसे में यह जरूरी है कि शादी का फैसला करने से पहले एक दूसरे की खर्च करने की आदतों और कर्ज को मैनेज करने के बोर में जानें. एक कपल के तौर पर आपको नियमित तौर पर अपनी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करनी चाहिए. इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि फाइनेंस के मोर्चे पर आप कहां खड़े हैं और आपको इससे भविष्य के लिए साथ में प्लानिंग करने में मदद मिलेगी. एक कपल के तौर पर आप एक-दूसरे से कुछ सवाल पूछें. उदाहरण के लिए क्या आप दोनों फाइनेंशियल स्टेबल हैं? इसके अलावा क्या आप समय पर कर्ज का भुगतान कर रहे हैं या आप पर कर्ज का बोझ है. साथ ही क्या आपका क्रेडिट कार्ड का बकाया ज्यादा है? इन सवालों का जवाब मिलजुल कर करने से राह आसान हो जाएगी और आपको बैंक लोन (Banl Loan) लेने में आसानी होगी.
क्या है सिबिल स्कोर?
सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट इंफोर्मेशन रिपोर्ट (CIR) के आधार पर तय होता है. इस रिपोर्ट में आपकी तरफ से अब तक लिए गए लोन और क्रेडिट कार्ड्स की पूरी जानकारी होती है. वहीं आपके लोन की ईएमआई, क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल और इनके बिलों का भुगतान आप किस तरीके से करते हैं. इस पूरे आधार पर आपका क्रेडिट स्कोर जनरेट होता है. आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कितना है. ये आप आसानी से और दो से पांच मिनट में पता कर सकते हैं. इसमें आप कई वेबसाइट्स की मदद ले सकते हैं.
Next Story