व्यापार

पशुपालन कर बने लखपति, उठाए सरकारी योजना का लाभ

Nilmani Pal
23 Jun 2022 2:25 AM GMT
पशुपालन कर बने लखपति, उठाए सरकारी योजना का लाभ
x

पशुपालन किसानों की आय (Farmers Income) बढ़ाने का एक बेहतर विकल्प है. पशुपलान (Animal Husbandry) से किसानों को कृषि कार्यों में भी फायदा होता है क्योंकि इससे उन्हें खेत के लिए खाद भी मिल जाता है. हरियाणा में पशुपालन के जरिए किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना चलायी जा रही है. पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड (Pashudhan Kisan Credit Card) के तहत किसानों को पशुपालन के लिए तीन लाख रुपए तक की लोन की सुविधा दी जाती है. किसान इस योजना के तहत लोन लेकर गाय, भैंस, बकरी, भेड़, सूकर और मुर्गीपालन कर सकते हैं. छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह योजना काफी लाभदायक साबित हो सकती है क्योंकि इससे उन्हें

रोहतक के उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने जिले के किसानों से अपील करते हुए कहा कि सभी किसान पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ उठाएं. उपायुक्त ने बताया कि पशुधवन किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए पशुओं की देखभल में होने वाले खर्च को लोन के तौर पर ले सकता है. इतना नहीं नही कोई भी किसान एक लाख 60 हजार रुपए तक का लोन बिना जमीन गिरवी रखे किसी प्रकार की गांरटी दिए बिना ले सकता है. पर इस निर्धारित राशि से अधिक का क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए किसान को अपनी जमीन के कागजात जमा करना अनिववार्य होता है.

पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड पर किसानो को काफी कम ब्याज दर पर लोन मिलता है. क्रेडिट कार्ड धारक को सालान सात प्रतिशत की दर से ब्याज देना पड़ेगा. लोन लेने का बाद अगर किसान सही समय पर इसका भुगतान करते हैं तो कार्ड धारक को केंद्र सरकार की तरफ से ब्याज पर तीन प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी. इस तरह से कार्डधारक को सात प्रतिशत ब्याज की जगह सिर्फ चार प्रतिशत ही ब्याज का भुगतान करना पड़ेगा. उपायुक्त मनोज कुमार ने बताया कि अधिकतम तीन लाख के लोन अमाउंट पर किसानों को केंद्र द्वारा तीन प्रतिशत का अनुदान मिलेगा. किसान क्रेडिट में फायदा यह होता है कि कार्डधारक अपने जरुरत के हिसाब ने राशि निकाल सकता है साथ ही अपनी सुविधा के अनुसार जमा भी कर सकता है. साल में एक बार लोन अमाउंट को जीरो करने के लिए कार्डधारक को कम से कम साल में एक दिन पूरा लोन अमाउंट एक दिन के लिए बैंक में जमा करना होता है.

किसान क्रेडिट कार्ड धारक को इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. कार्डधाकर अगर एक साल की अवधि के दौरान लोन की राशि को जमा नहीं करता है तो उसे 12 प्रतिशत की दर से ब्याज देना होगा. क्रेडिट कार्ड धारक किसी भी एटीएम का इस्तेमाल करके पैसे निकाल सकता है. किसान अपनी लिमिट के अनुसार पैसे की निकासी कर सकते हैं. जो किसान इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं वह अपनी नजदीकी राजकिय पशु चिकित्सालय या बैंक में जाकर अवेदन कर सकते हैं.

Next Story