दिल्ली: एक जीवन बीमा पॉलिसी (Life Insurance Policy) एक पॉलिसीधारक और एक बीमा कंपनी के बीच एक अनुबंध है. एक जीवन बीमा पॉलिसी में बीमा कंपनी एक निश्चित अवधि के दौरान पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में पॉलिसीधारक के प्रियजनों को राशि का भुगतान करने का वादा करती है. बदले में पॉलिसीधारक बीमा कंपनी को प्रीमियम के रूप में एक छोटी राशि का भुगतान करता है. वहीं कई पॉलिसियों में पॉलिसीधारक गंभीर बीमारी बेनेफिट्स का विकल्प भी चुन सकता है या किसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बचने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा का चयन कर सकता है. वहीं कोई भी लाइफ इंश्योरेंस लेने से पहले बीमा लेने वाले शख्स को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो कि इस प्रकार से हैं.
नॉमिनी- जिसका बीमा किया जा रहा है उसे बीमित व्यक्ति कहा जाता है. बीमित व्यक्ति की मृत्यु की पर उसके नॉमिनी को बीमा की राशि हासिल होती है. ऐसे में नॉमिनी का चयन ध्यान से करना चाहिए.
पॉलिसी टेन्योर- यह वह अवधि है जिसके लिए बीमा कंपनी कवरेज प्रदान करती है. जीवन बीमा योजना के लिए पॉलिसी अवधि पॉलिसी की शुरुआत में ही निर्धारित की जाती है. यह अवधि बीमा प्लान के मुताबिक कुछ भी हो सकती है.
डेथ बेनेफिट- यह वह राशि होती है है जो बीमा कंपनी बीमित व्यक्ति की मृत्यु के बाद नॉमिनी को देती है. ऐसे में बीमा शुरू करते वक्त इस राशि पर भी ध्यान देना चाहिए.
मैच्योरिटी बेनेफिट- यह वह पैसा है जो पॉलिसी धारक को पॉलिसी की अवधि पूरी होने तक जीवित रहने पर मिलता है. हालांकि टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी में कोई मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं होता है, लेकिन अन्य लाइफ इंश्योरेंस प्लान यह सुविधा प्रदान करते हैं.