रायपुर/दिल्ली/. साल 2022 की शुरुआत इस बार लगातार दो दिन की छुट्टियों से हो रही है. और इस जनवरी भर में छुट्टियों की संख्या भी काफी है. रिजर्व बैंक ने अपना हॉलीडे कैलेंडर का ऐलान कर दिया है. इसके मुताबिक इस माह बैंक कम से कम 9 दिन बंद रहने वाले हैं. यानि 9 दिन ऐसे हॉलीडे हैं जो पूरे देश में मान्य हैं वहीं देश के कई और हिस्सों में इससे भी ज्यादा छुट्टियां पड़ने जा रही हैं, तो अगर आप जनवरी में बैंक का कोई काम निपटाने की योजना बना रहें तो पहले ध्यान से देख लें कि किस दिन आपका ब्रांच खुला रहेगा.
कब कब बंद रहेंगे बैंक
1 जनवरी: पूरे देश में नए साल की छुट्टी
2 जनवरी: रविवार
4 जनवरी: लुसूंग के चलते सिक्किम में बंद रहेंगे बैंक
8 जनवरी: दूसरा शनिवार
9 जनवरी: रविवार
11 जनवरी: मिशनरी डे (मिजोरम)
12 जनवरी: स्वामी विवेकानंद की जयंती
14 जनवरी: मकर संक्रांति/पोंगल (ज्यादातर राज्यों में बंद रहेंगे बैंक)
15 जनवरी: उत्तरायण, माघे संक्रांति, संक्रांति पोंगल, तिरुवल्लुर डे (पुदुचेरी, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु)
16 जनवरी: रविवार. 18 जनवरी: ताई पूसम (तमिलनाडु)
22 जनवरी: चौथा शनिवार
23 जनवरी: रविवार
26 जनवरी: गणतंत्र दिवस
30 जनवरी: रविवार
31 जनवरी: मे-दाम-मे-फी (असम)
रिजर्व बैंक जारी करता है छुट्टियों की लिस्ट
बैकिंग कार्य सुचारु रुप से चलें इसलिये रिजर्व बैंक पहले से ही पूरे साल की छुट्टियों का ऐलान करता है. बैंकों में दो तरह की छु्ट्टियां घोषित की जाती हैं. जिसमें एक पूरे देश में मान्य होती है, वहीं दूसरी राज्य सरकारों द्वारा घोषित होती हैं और ये उनके अधिकार क्षेत्र में मान्य होती हैं. आमतौर पर रविवार और दूसरे एवं चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं. अगर पूरे साल के कैलेंडर पर नजर डालें तो इन वीकेंड के अलावा साल 2022 में कुल 34 छुट्टियां पड़ेंगी हालांकि इसमें नेशनल और राज्यों द्वारा जारी छुट्टियां दोनो शामिल हैं.
पहले से क्यों घोषित होती है छुट्टियों की लिस्ट
बैंक एक पूरे नेटवर्क के साथ काम करता है और हर दिन लाखों की संख्या में करोडों रुपये मूल्य के ऐसे ट्रांजेक्शन किये जाते हैं जिसमें दो अलग अलग क्षेत्र की ब्रांच शामिल होती हैं. इसके अलावा पहले से तय तारीख के भुगतान, ईएमआई आदि भी होते हैं. ऐसे में रिजर्व बैंक के द्वारा पहले से घोषित छु्ट्टियों के आधार पर बैंक अपने कामकाज को उस हिसाब से व्यवस्थित करते हैं जिससे बैंकिंग कामकाज पर कोई असर न पड़े.वहीं एटीएम में कैश भरना या बैंक में कैश पहुंचाने जैसे काम भी छुट्टियों की संख्या को देखकर प्लान किये जाते हैं. जिससे छुट्टियों के दौरान एटीएम खाली न हों या फिर लंबी छुट्टियों के बाद ब्रांच में ग्राहकों की लंबी कतार से आसानी से निपटा जा सके. इसके साथ ही ग्राहक भी अपने बैंकिंग कामों को समय पर निपटा सकें.