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पिछले साल के मुकाबले रकबा 15.58 लाख हेक्टेयर बढ़ा, तिलहन की खेती तेज

Gulabi
24 Dec 2021 4:18 PM GMT
पिछले साल के मुकाबले रकबा 15.58 लाख हेक्टेयर बढ़ा, तिलहन की खेती तेज
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तिलहन की खेती तेज
देश में रबी फसलों की बुवाई अपने अंतिम चरण में है. ज्यादातर इलाकों में बुवाई का काम पूरा हो चुका है. वहीं कुछ हिस्सों में यह अभी भी जारी है. इसी बीच कृषि मंत्रालय की तरफ से जारी हुए आंकड़ों से पता चलता है कि किसानों ने इस बार रबी सीजन में तिलहनी फसलों की जमकर बुवाई की है और पिछले साल के मुकाबले तिलहनी फसलों का क्षेत्र 15 लाख हेक्टेयर से अधिक बढ़ा है. वहीं सबसे अधिक रकबे में बोई जाने वाली फसल गेहूं के क्षेत्र में पिछले साल के मुकाबले गिरावट देखी गई है.
शुक्रवार को कृषि मंत्रालय की तरफ से जारी हुए आंकड़ों के अनुसार, 24 दिसंबर 2021 तक देश में 95.04 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में तिलहनी फसलों की बुवाई हुई है. यह पिछले साल की समान अवधि में बोई गई 79.46 लाख हेक्टेयर की तुलना में 15.58 लाख हेक्टेयर क्षेत्र अधिक है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड जैसे राज्यों में तिलहन का रकबा बढ़ा है. वहीं झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़ और बिहार पिछले साल के मुकाबले पीछे चल रहे हैं.
गेहूं का रकबा सबसे अधिक, लेकिन घटा बुवाई क्षेत्र
रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं की बात करें तो इसका रकबा सबसे अधिक है. हालांकि पिछले साल के मुकाबले 4.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की कमी दर्ज हुई है. 24 दिसंबर, 2021 तक किसानों ने 305.47 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई की है. पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 309.68 लाख हेक्टेयर था. मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम में अधिक क्षेत्र में बुवाई हुई है जबकि राजस्थान, बिहार, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड और उत्तर प्रदेश बुवाई के मामले में पीछे हैं.
गेहूं के रकबे में कमी के पीछे की वजह तिलहन के रकबे में भारी बढ़ोतरी को माना जा रहा है. बीते सीजन में किसानों को सरसों की काफी अच्छी कीमत मिली है. इसी को देखते हुए इस बार किसानों ने सरसों की जमकर खेती की है और गेहूं के रकबे को कम कर दिया है. इस बार कृषि मंत्रालय को भी सरसों के बंपर उत्पादन का अनुमान है और आगामी सत्र में यह रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है.
धान के रकबे में भी बढ़ोतरी
वर्तमान रबी सीजन में मोटे व पौष्टिक अनाज के रकबे में भी हल्की कमी दर्ज की गई है. 24 दिसंबर तक देश में 42.74 लाक हेक्टेयर क्षेत्र में इन फसलों की खेती हुई है. पिछले साल यह आंकड़ा 43.68 लाख हेक्टेयर था.
तेलंगाना सरकार ने किसानों से रबी सीजन में धान की खेती नहीं करने की अपील की है. कुछ ऐसा ही प्रयास आंध्र प्रदेश में हो रहा है. रबी सीजन में धान की खेती जगह वैकल्पिक फसलों की खेती को बढ़ावा देने के बावजूद इस बार रकबे में थोड़ी बढ़ोतरी ही दर्ज हुई है. पिछले साल धान का रकबा 12.72 लाख हेक्टेयर था, जो इस साल 20 हजार हेक्टेयर बढ़कर 12.92 लाख हेक्टेयर क्षेत्र तक पहुंच गया है.
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