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केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे के पास फिलहाल पैसों की कोई कमी नहीं है. उन्होंने बताया कि इस साल पूर्वोत्तर में चल रही रेलवे परियोजनाओं के लिए 7,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | रेल मंत्रालय ने भारत और म्यांमार को जोड़ने वाली नई ब्रॉडगेज (बीजी) लाइन के निर्माण के लिए 111 किलोमीटर लंबे इंफाल-मोरेह खंड के फाइनल लोकेशन सर्वे को मंजूरी दे दी है. मंत्रालय ने कहा कि भारत और म्यांमार को जोड़ने वाली ये लाइन जब पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगी तो देश को इसका जबरदस्त रणनीतिक लाभ मिलेगा. इसके अलावा मंत्रालय ने कहा कि ये रेल लाइन प्रस्तावित ट्रांस एशियन रेलवे का अहम हिस्सा होगी. प्रस्तावित ट्रांस एशियन रेलवे भारत को दक्षिणपूर्व एशिया से जोड़ेगी.
रेल मंत्री ने किया परियोजनाओं का हवाई निरीक्षण
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को अपनी इंफाल यात्रा के दौरान मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह के साथ रेलवे परियोजनाओं का हवाई निरीक्षण किया और मोरेह तक नई लाइन के लिए सर्वेक्षण का आदेश दिया. बता दें कि मोरेह, मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा पर स्थित है.
मंत्रालय ने कहा कि 333 लाख रुपये की अनुमानित लागत से फाइनल लोकेशन सर्वे किया जाएगा. मंत्री ने इस हवाई सर्वेक्षण के दौरान मणिपुर में जिरिबाम-इंफाल नई लाइन परियोजना का जायजा लिया. इस परियोजना में देश की सबसे लंबी सुरंग शामिल है जो गुवाहाटी और इंफाल को जोड़ेगी. इस महीने के आखिर तक कैमाई रोड रेलवे स्टेशन तक मालवाहक ट्रेनों के शुरू हो जाने की भी संभावना है.
रेल प्रोजेक्ट्स के लिए आवंटित किए गए हैं 7 हजार करोड़ रुपये
बताते चलें कि बुधवार को अपनी गुवाहाटी यात्रा के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि जल्द ही पूर्वोत्तर के सभी महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ने वाली पर्यटक ट्रेनें शुरू की जाएंगी.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे के पास फिलहाल पैसों की कोई कमी नहीं है. उन्होंने बताया कि इस साल पूर्वोत्तर में चल रही रेलवे परियोजनाओं के लिए 7,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
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