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Apple, Xiaomi, Samsung सभी छूट गए पीछे, ये बना दुनिया का फास्टेस्ट 5G स्मार्टफोन

Subhi
16 March 2022 3:04 AM GMT
Apple, Xiaomi, Samsung सभी छूट गए पीछे, ये बना दुनिया का फास्टेस्ट 5G स्मार्टफोन
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Realme ने 5G स्मार्टफोन के मामले में नया रिकॉर्ड सेट किया है। रियलमी पहले से भारत की फास्टेस्ट ग्रोइंग स्मार्टफोन कंपनी बनी हुई है। लेकिन अब Realme दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली 5G स्मार्टफोन कंपनी बन गई है।

Realme ने 5G स्मार्टफोन के मामले में नया रिकॉर्ड सेट किया है। रियलमी पहले से भारत की फास्टेस्ट ग्रोइंग स्मार्टफोन कंपनी बनी हुई है। लेकिन अब Realme दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली 5G स्मार्टफोन कंपनी बन गई है। पिछले कुछ सालों में रियलमी के 5G स्मार्टफोन की आंधी ऐसी चली कि Xiaomi, Samsung और Apple जैसे दिग्गज स्मार्टफोन ब्रांड पीछे छूट गए हैं।

Realme बना फास्टेस्ट ग्रोइंग स्मार्टफोन ब्रांड

मार्केट रिसर्च फर्म काउंटर प्वाइंट Q4 2021 रिपोर्ट के मुताबिक Realme दिसंबर तिमाही की फास्टेस्ट ग्रोइंग स्मार्टफोन कंपनी बनकर उभरी है। बता दें कि यह लगातार तीसरी तिमाही है, जब Realme ग्लोबली फास्टेस्ट ग्रोइंग 5G स्मार्टफोन कंपनी बनकर उभरी है। Realme का साल 2021 की चौथी तिमाही में ग्लोबली मार्केट शेयर 165 फीसदी तक बढ़ गया है।

Realme के मुकाबले में बाकी स्मार्टफोन ब्रांड छूटे पीछे

Realme के मुकाबले में Samsung 109 फीसदी 5G स्मार्टफोन शिपमेंट के साथ साल 2021 चौथी तिमाही की दूसरे सबसे बड़ी कंपनी है। Samsung के बाद Xiaomi का नंबर आता है। Xiaomi और Honor का 5G शिपमें' करीब 98-98 फीसदी रहा है। इसके बाद 55 फीसदी के साथ Vivo का नाम सामने आता है। जबकि 42 फीसदी के साथ ओप्पो पांचवे पायदान पर है। वही अगर ऐपल की बात करें, तो इस दौरान ऐपल का शिपमेंट 30 फीसदी रही है।

किसकी कितने फीसदी हुई शिपमेंट ग्रोथ

Realme - 165 फीसदी

Samsung - 109 फीसदी

Xiaomi - 98 फीसदी

Honor - 98 फीसदी

Vivo - 55 फीसदी

Oppo - 42 फीसदी

Apple - 30 फीसदी

यूरोप में Realme की भारी डिमांड

Realme के 5G स्मार्टफोन की सबसे ज्यादा डिमांड यूरोप में रही है। Realme कंपनी की तरफ से साल 2020 में मात्र 2 5G स्मार्टफोन को पेश किए जाते हैं, जो 5G कनेक्टिविटी के साथ आते हैं। इसके बाद साल 2021 में करीब 15 फोन पेश किए गए, जो कि 5G कनेक्टिविटी के साथ आते हैं। जबकि साल 2021 की आखिरी तिमाही तक यह संख्या बढ़कर 15 फीसदी हो गई है।


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