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साइकिल तो देखी ही है अगर ये साधारण साइकिल कई कामों में आने लगे तो क्या बात होगी कुछ ऐसी ही सोच के साथ एक युवक ने इनोवेशन किया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आनंद महिंद्रा के ट्वीट्स उन्हें आए दिन सुर्खिंयों में बनाए रहते हैं. दरअसल आनंद महिंद्रा को अतरंगी आइडियाज काफी पसंद आते हैं. अक्सर वो इससे जुड़े वीडियो ट्विटर पर शेयर करते रहते हैं. अबकी बार उन्हें गुरसौरभ सिंह का इनोवेशन इतना पसंद आया कि वो उनकी कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं. आपने साइकिल तो देखी ही है अगर ये साधारण साइकिल कई कामों में आने लगे तो क्या बात होगी कुछ ऐसी ही सोच के साथ एक युवक ने इनोवेशन किया है.
गजब का है कन्वर्जन
ध्रुव विद्युत के फाउंडर गुरसौरभ सिंह का डिवाइस बहुत टेक सेवी है. ये हीरो या एटलस जैसी कंपनियों की आम साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में कन्वर्ट करता है. इस डिवाइस की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसके लिए साइकिल में कोई मॉडिफिकेशन नहीं करना पड़ता. मतलब साइकिल में ना तो कहीं से कटिंग करनी होती है, ना वेल्डिंग, बल्कि ये साइकिल में पैडल के ऊपर नट बोल्ट से कस जाता है.
But what I appreciate most is his empathy and passion for those hard working people for whom the humble cycle is still the primary mode of transport. It's a good reminder for all automakers focussing on disruptive EVs that THIS EV revolution may be the most important one. (2/3) pic.twitter.com/ZyiqO2Crkv
— anand mahindra (@anandmahindra) February 12, 2022
फोन चार्जिंग जैसी कई सुविधाएं
20 मिनट पैडल मारने पर इसकी बैटरी 50% चार्ज हो जाती है. ये डिवाइस देसी साइकिल को अधिकतम 25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाने का मौका देता है. साथ ही ये एक बार फुल चार्ज होने के बाद 40 किलोमीटर तक जा सकती है. 170 किलोग्राम तक के वजन को खींच सकती है. इस देसी साइकिल का आग और पानी से कुछ नहीं बिगड़ सकता. खेतों और कीचड़ में भी ये साइकिल को आराम से खींच सकती है. इसके अलावा इसमें फोन चार्ज करने की सुविधा भी है.
आनंद महिंद्रा करना चाहते हैं इन्वेस्ट
वहीं आनंद महिंद्रा इसमें इन्वेस्ट भी करना चाहते हैं, उन्होंने ट्वीट में कहा है कि यह बिजनेस प्रॉफिट देगा या नहीं, लेकिन इसपर निवेश करना मेरे लिए गर्व की बात होगी साथ ही महिंद्रा एंड महिंद्रा के मालिक इस डिवाइस को बनाने वाले गुरसौरभ से मिलना चाहते हैं.
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