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अडानी के बाद वेदांता के पीछे पड़ा OCCRP, जाने क्या है गंभीर आरोप

Harrison
1 Sep 2023 9:22 AM GMT
अडानी के बाद वेदांता के पीछे पड़ा OCCRP, जाने क्या है गंभीर आरोप
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अडानी के बाद अब वेदांता ग्रुप के पीछे अमेरिका का साया है. गैर-लाभकारी मीडिया संगठन ओसीसीआरपी ने भारतीय कारोबारी वेदांता ग्रुप के मालिक अनिल अग्रवाल पर निशाना साधा है। रॉयटर्स के मुताबिक, संगठन ने अनिल अग्रवाल पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं. OCCRP का आरोप है कि उनकी कंपनी वेदांता ने कोरोना के दौरान गुपचुप तरीके से पर्यावरण कानूनों को कमजोर करने की पैरवी की. ओसीसीआरपी ने एक रिपोर्ट में वेदांता पर ये आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी 2021 में वेदांता ग्रुप के चेयरमैन ने देश की इकोनॉमी रिकवरी में तेजी लाने के लिए तत्कालीन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से कहा था कि सरकार खनन कंपनियों को नई पर्यावरणीय मंजूरी लिए बिना 50 फीसदी तक उत्पादन बढ़ाने की इजाजत दे. अनुमति मिलनी चाहिए.
पैरवी का आरोप
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ओसीसीआरपी ने वेदांता पर आरोप लगाया है कि अनिल अग्रवाल की तेल कंपनी केयर्न इंडिया ने भी तेल ब्लॉकों में खोजपूर्ण ड्रिलिंग के लिए सार्वजनिक सुनवाई को रद्द करने की पैरवी की थी। जिसके बाद वेदांता ने ओसीसीआरपी को बताया कि देश की बड़ी प्राकृतिक संसाधन कंपनी होने के नाते वह घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने और आयात कम करने के लक्ष्य पर काम कर रही है। वेदांता के प्रवक्ता ने ओसीसीआरपी को बताया कि कंपनी देश के विकास और प्राकृतिक संसाधनों में आत्मनिर्भर बनने के लिए समय-समय पर सरकार को अपना ज्ञापन सौंपती है।
अडानी पर भी निशाना साधा गया
वेदांता से पहले OCCRP ने गौतम अडानी पर भी निशाना साधा था. OCCRP ने दावा किया था कि अडानी ग्रुप ने एक फैमिली बिजनेस पार्टनर के जरिए गुप्त रूप से अपने शेयर खरीदकर स्टॉक एक्सचेंज में लाखों डॉलर का निवेश किया है। हालांकि अडानी ग्रुप ने OCCRP के सभी दावों को सिरे से खारिज कर दिया था. हालांकि OCCRP की रिपोर्ट के चलते अडानी के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. अडानी की मार्केट कैप में करीब 40 हजार करोड़ रुपये की गिरावट आई है. वहीं, दुनिया के अमीरों की सूची में वह अब 20वें से फिसलकर 22वें नंबर पर आ गए हैं।
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