ब्रॉडबैंड की दुनिया में सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस मुहैया कराने रेस तेज हो गई है। सैटेलाइट ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस के मामले में दुनिया में एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक का डंका बजता है। लेकिन इस मामले में भारतीय टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल भी पीछे नहीं है। स्टारलिंक कंपनी की तरफ से भारत में भी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने की कोशिश शुरू की गई थी। लेकिन कानूनी दिक्कतों के चलते स्टारलिंक को भारत में अपनी इंटरनेट सर्विस पर फिलहाल कुछ वक्त के लिए विराम लगा दिया है। लेकिन इस बीच भारती एयरटेल सैटेलाइट ब्रॉडबैंड इंटरनेट का बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरा है।
6 साल के लिए एयरटेल और ह्यूजेज के बीच हुआ समझौता
भारती एयरटेल की तरफ से भारत में सैटेलाइट सर्विस शुरू करने के लिए एक बड़ी डील की है। इसके तहत भारती समूह की समर्थित कंपनी वनवेब और सैटेलाइट सर्विस देने वाली ह्यूजेस नेटवर्क सिस्टम्स के बीच एक करार हुआ है। इसमें भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस देने के लिए दोनों कंपनियों के बीच 6 साल का समझौता किया गया है। ह्यूजेस और भारती एयरटेल का ज्वाइंट वेंचर 'ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एचसीआईपीएल)' भारत में अपनी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करेगा।
दूर-दराज इलाकों तक इंटरनेट पहुंचाना होगा आसान
एयरटेल की तरफ से ह्यूजेज के साथ मिलकर साल 2022 के मध्य यानी मई-जून 2022 के बीच भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू कर सकता है। एयरटेल की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस का सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण, दूर-दराज और पहाड़ी इलाकों के निवासियों को मिलेगा। जहां आज भी ऑप्टिकल फाइबर और वायरलेस इंटरनेट सर्विस पहुंचाना मुश्किल है। साथ ही एयरटेल की इस सर्विस से ई-पंचायत के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। कंपनी का मानना है कि एयरटेल और ह्यूजेज की साझेदारी भारत सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम के लिए काफी फायदेमंद रहेगी।