मुंबई में Tata Nexon EV में आग लगने की घटना के बाद भारत सरकार ने स्वतंत्र जांच का आदेश दिया है। आपको बता दें बुधवार देर रात मुंबई के पंचवटी होटल के पास टाटा मोटर्स की नेक्सॉन एसयूवी की इलेक्ट्रिक वर्जन कार आग के चपेट में आ गई थी। जिसके बाद मौके पर मौजूद दमकल की गाड़ियों ने आग को बुझाया है। घटना के तुरंत बाद इस गाड़ी की जांच के लिए द सेंटर फॉर फायर एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (CFEES), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) और नेवल साइंस एंड टेक्नोलॉजिकल लेबोरेटरी (NSTL)ब को इस मामले के जांच की जिम्मेदारी सौपी गई है।
4 साल में हुई पहली घटना
इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए Tata Motors ने एक बयान जारी किया की हाल ही में अलग-अलग जगहो पर हो रही घटना के बारे में पता लगाने के लिए हम एक विस्तृत जांच करेंगे। अपनी पूरी जांच करने के बाद ही हम आपके साथ विस्तार से अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे। अपने वाहनों और लोगों की सुरक्षा के लिए कंपनी पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। लगभग 4 साल में 30,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों ने पूरे देश में 100 मिलियन किमी से ज्यादा की दूरी तय की है और तब से अब तक यह पहली घटना है ।
पिछले 1 साल से गरम है ईवी में आग लगने का मुद्दा
Electric Vehicles की सुरक्षा देश में पिछले 1 साल से सबसे गर्म मुद्दा बना हुआ है। ओला, प्योर ईवी, ओकिनावा, ऑटोटेक जैसी कई इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनिया है जिनमें आग लगने की खबरें सामने आई हैं। इन आग की घटनाओं को देखते हुए सरकार ने भी इस पर संज्ञान लेना शुरु कर दिया है और कई बार कंपनियों को लापरवाही बरतने पर दंड की चेतावनी भी दी गई है।