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मालामाल हुआ अडानी का अमेरिकी दोस्त

Manish Sahu
27 July 2023 10:59 AM GMT
मालामाल हुआ अडानी का अमेरिकी दोस्त
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व्यापार: स्टॉक एक्सचेंजों पर उपलब्ध शेयरहोल्डिंग के अनुसार एनआरआई इंवेस्टर राजीव जैन की ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म ने 5 अडानी ग्रुप की कंपनियों में लगभग 16 फीसदी हिस्सेदारी बढ़ा ली है.
मालामाल हुआ अडानी का अमेरिकी दोस्त, चार महीनों में कर ली इतनी कमाई
उद्योगपति गौतम अडानी
यह अक्सर कहा जाता है कि शेयर बाजार में रिस्क और रिटर्न साथ-साथ चलते हैं. यह बात पूरी तरह से जीक्यूजी पर लागू होती है, जिसने चार महीने पहले अडानी ग्रुप पर दांव लगाया था. अब जो रिटर्न ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म को मिल रहा है, ऐसा लगता है कि वो दाव पूरी तरह से फलीभूत हो गया. जीक्यूजी पार्टनर्स ने पिछले कुछ महीनों में अडानी ग्रुप के शेयरों पर अपना दांव दोगुना कर दिया है. शेयरों में तेजी के कारण इंवेस्टमेंट की मार्केट वैल्यू में इजाफा हुआ है. अप्रैल के बाद से अडानी ग्रुप की अधिकांश कंपनियों के शेयरों में तेज उछाल ने जीक्यूजी पार्टनर्स के इंवेस्टमेंट की कुल मार्केट वैल्यू लगभग 25,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है.
कब कितना किया निवेश
स्टॉक एक्सचेंजों पर उपलब्ध शेयरहोल्डिंग के अनुसार एनआरआई इंवेस्टर राजीव जैन की ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म ने 5 अडानी ग्रुप की कंपनियों में लगभग 16 फीसदी हिस्सेदारी बढ़ा ली है. इस हिस्सेदारी के मार्केट वैल्यू की कैलकुलेशन बुधवार को शेयरों के क्लोजिंग रेट के बेस पर की गई है. मार्च के अंत में अडानी ग्रुप के शेयरों में लगभग 1.9 बिलियन डॉलर का निवेश करके एक बड़ा दांव खेला था, लेकिन जीक्यूती पार्टनर्स यहीं नहीं रुका. निवेश फर्म ने मई में लगभग 500 मिलियन डॉलर के स्टॉक खरीदे, और फिर जून में 1 बिलियन डॉलर के शेयर खरीदे. इन इंवेस्टमेंट्स से शेयरों में तेजी देखने को मिली.
म्यूचुअल फंड की भी बढ़ रही हिस्सेदारी
जीक्यूजी इंवेस्टमेंट के अलावा म्यूचुअल फंड और रिटेल इंवेस्टर्स की लगातार खरीदारी ने भी शेयरों को सपोर्ट किया. जून में समाप्त तिमाही में म्यूचुअल फंड्स ने अडानी ग्रुप की 10 लिस्टिड कंपनियों में से 7 में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई और रिटेल इंवेस्टर्स ने पांच में ऐसा किया. अगर बात ग्रुप कंपनियों की बात करें तो अडानी इंटरप्राइजेज ने अप्रैल के बाद से 41 फीसदी से अधिक की बढ़त के साथ सबसे अच्छा रिटर्न दिया है. अडानी इंटरप्राइजेज में म्यूचुअल फंड होल्डिंग जून तिमाही में 1.18 फीसदी हो गई, जो मार्च तिमाही में 0.87 फीसदी थी. इस बीच, मजबूत कमाई ने अडानी पोर्ट्स के स्टॉक में तेजी लाने में मदद की, जिसने चालू वित्त वर्ष में अब तक 19 फीसदी रिटर्न दिया है.
दो दिनों में 57 हजार करोड़ बढ़ा एमकैप
पिछले दो सत्रों में ही शेयरों में तेजी देखी गई है, जिसके परिणामस्वरूप बाजार मूल्य 57,000 करोड़ रुपये बढ़ गया है. बुधवार तक ग्रुप की मार्केट वैल्यू 10.7 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई. शेयरों में मौजूदा तेजी टिकाऊ है या नहीं, इसका अंदाजा किसी को नहीं है, लेकिन बाजार जानकारों ने ग्रुप के शेयरों में कारोबार करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है. जानकारों का कहना है मौजूदा समय में भी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का असर कम नहीं हुआ है. सुप्रीम कोर्ट में मामला पेंड हैं. 14 अगस्त को कोर्ट में सेबी की रिपोर्ट जमा होगी. ऐसे में अडानी ग्रुप में सतर्कता के साथ निवेश करना जरूरी है.
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