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मुंबई। देश के प्रमुख कारोबारी में से एक गौतम अडानी के समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में शुक्रवार को 45,200 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। इसका कारण वैश्विक निवेशकों के विश्वास जताने पर समूह की सभी 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में आई तेजी है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार अडानी समूह की 10 कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 10.96 लाख करोड़ रुपए हो गया। गुरुवार को कारोबार की समाप्ति पर सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 10.51 लाख करोड़ रुपए था। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि शेयर की कीमतों में वृद्धि वैश्विक निवेशकों की रुचि बढ़ने के कारण है। लगता है कि निवेशकों ने डेलॉयट के हालिया मुद्दे को पीछे छोड़ दिया है। एक घरेलू ब्रोकरेज कंपनी के शोध प्रमुख ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में अडानी समूह के शेयरों में मजबूती देखने को मिली। बाजार ने उभरती गतिविधियों और उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण किया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सामूहिक स्तर पर धन जुटाने की प्रक्रिया मजबूत बनी हुई है और परियोजना निष्पादन निर्बाध रूप से आगे बढ़ रहा है, समूह की परिचालन क्षमताओं में विश्वास की एक मजबूत भावना है। शेयर निकट अवधि में लाभ के लिए तैयार हैं।
शोध प्रमुख ने कहा कि विश्वास पैदा करने के लिए प्रवर्तकों द्वारा किए गए उपायों ने भी मदद की है। उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक निवेशकों जीक्यूजी पार्टनर्स और कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी द्वारा हाल ही में किए गए अधिग्रहणों को सकारात्मक रूप से लिया गया क्योंकि इन सौदों के बाद प्रवर्तक समूह के पास प्रचुर मात्रा में पूंजी है। इसने सभी चिंताओं को पीछे छोड़ दिया है- चाहे वह हिंडनबर्ग हो या डेलॉयट। अडानी समूह की सभी 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर शुक्रवार को अच्छी बढ़त में बंद हुए। इनमें अडाणी पावर ने 6.34 प्रतिशत, अडानी ग्रीन एनर्जी ने 6.7 प्रतिशत और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने छह प्रतिशत की बढ़त हासिल की। समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 3.93 प्रतिशत चढ़ा, जिससे उसका बाजार मूल्यांकन 2,93,789 करोड़ रुपए हो गया। बढ़त वाली अन्य प्रमुख कंपनियों में अडानी पोर्ट्स और अडानी टोटल गैस के शेयरों में शुक्रवार को 3.2-3.2 प्रतिशत की बढ़त हुई।
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