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नई दिल्ली। तेज विकास के अगले चरण के लिए मंच तैयार करने के प्रयास में अडाणी समूह ने अगले वित्त वर्ष (2024-25) में अपनी कंपनियों में लगभग 14 अरब डॉलर (करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये) के निवेश का लक्ष्य रखा है। सूत्रों ने बताया कि समूह अगले वित्त वर्ष में हरित ऊर्जा, हवाई अड्डों, सीमेंट, कमोडिटी जैसे पोर्टफोलियो में 14 अरब डॉलर का निवेश करेगा।
अडाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अडाणी पहले ही कह चुके हैं कि वह अगले 10 साल में देश की हरित ऊर्जा यात्रा में अनुमानित 100 अरब डॉलर का निवेश करेंगे, जिसमें 2027 तक सौर विनिर्माण क्षमता बढ़ाकर 10 गीगावॉट करने की योजना शामिल है। सूत्रों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित पूँजीगत व्यय समूह की कंपनियों द्वारा आगामी 31 मार्च को समाप्त हो रहे वित्त वर्ष के अनुमान से 40 प्रतिशत अधिक है।
पूँजीगत व्यय का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा जैसे हरित पोर्टफोलियो में जाएगा और बाकी का उपयोग विश्व स्तरीय हवाई अड्डों जैसे प्रमुख बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए किया जाएगा। समूह की कंपनियों के एकीकृत लाभ में दिसंबर 2023 में समाप्त तीसरी तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 63.6 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई। इसके परिणाम स्वरूप, कैलेंडर वर्ष 2023 में कंपनी का कर पूर्व लाभ 78,823 करोड़ रुपये (9.5 अरब डॉलर) रहा। यह वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में ढाई गुना है जबकि वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 37.8 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी ने कहा कि 31 दिसंबर 2023 के अंत में 44,572 करोड़ रुपये (5.4 अरब डॉलर) की नकदी के साथ समूह की उच्च तरलता बनी हुई है। कंपनी ने एक बयान में कहा था कि कोर इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म ने पिछले 12 महीने में 66,208 करोड़ रुपये (आठ अरब डॉलर) का कर पूर्व लाभ अर्जित किया है, जो पहले के एक साल के मुकाबले 35.4 फीसदी अधिक है। एसएंडपी ग्लोबल और मूडीज सहित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने सभी प्रमुख अदानी कंपनियों के लिए परिदृश्य को सकारात्मक रूप से संशोधित किया है।
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