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अडानी ग्रुप ने दी लीगल एक्शन की धमकी तो कंपनी ने दिया अडानी ग्रुप को चैलेंज

Admin4
27 Jan 2023 7:15 AM GMT
अडानी ग्रुप ने दी लीगल एक्शन की धमकी तो कंपनी ने दिया अडानी ग्रुप को चैलेंज
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बिजनेस। एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी के नेतृत्व वाला अडानी ग्रुप अमेरिका की शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडेनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के खिलाफ लीगल एक्शन पर विचार कर रहा है क्योंकि अमेरिका के रिसर्च फर्म Hindenburg और अडानी ग्रुप के बीच का विवाद कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। दरअसल, Hindenburg रिसर्च की एक रिपोर्ट में गौतम अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए अडानी समूह ने कानूनी कार्रवाई पर विचार करने की बात कही है। अब अडानी ग्रुप के बयान पर Hindenburg ने भी प्रतिक्रिया देते हुए बड़ा चैलेंज कर दिया है।
बता दें कि हिंडेनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयर बुधवार को धड़ाम हो गए थे। इस तरह कंपनी के निवेशकों को एक दिन में ही करीब एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। अडानी ग्रुप के लीगल हेड जतिन जलुंधवाला ने एक स्टेटमेंट में कहा कि हिंडेनबर्ग रिसर्च के खिलाफ उपचारात्मक और दंडात्मक कार्रवाई के लिए हम अमेरिकी और भारतीय कानूनों के विभिन्न प्रावधानों का मूल्यांकन कर रहे हैं। Hindenburg रिसर्च ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी बयान में कहा कि अगर अडानी समूह रिपोर्ट के खिलाफ अमेरिका की अदालत में मुकदमा दायर करता है तो रिसर्च फर्म दस्तावेजों की मांग करेगा। अगर अडानी समूह गंभीर है, तो उसे अमेरिका में भी मुकदमा दायर करना चाहिए, जहां हम काम करते हैं। कानूनी खोज प्रक्रिया में हमारे पास दस्तावेजों की एक लंबी सूची है। हम पूरी तरह से अपनी रिपोर्ट पर कायम हैं, हमारे खिलाफ कोई भी कार्रवाई बेकार होगी।
कंपनी ने लगाए ये आरोप Hindenburg रिसर्च ने कहा कि हमारी रिपोर्ट जारी होने के 36 घंटों में अडानी समूह ने हमारे द्वारा उठाए गए एक भी महत्वपूर्ण मुद्दे पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। हमने सीधे 88 सवाल पूछे जो कंपनी को पारदर्शी होने का मौका देता है। अब तक अडानी समूह ने इनमें से किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया है। अडानी ग्रुप ने टिप्पणी का जवाब देने की बजाए धमकियों का सहारा लिया है।
इससे पहले गौतम अडानी समूह ने कहा था कि वह अपनी प्रमुख कंपनी के शेयर बिक्री को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के तहत 'बिना सोचे-विचारे' काम करने के लिए अमेरिकी फाइनेंशियल फर्म Hindenburg रिसर्च के खिलाफ 'दंडात्मक कार्रवाई' को लेकर कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है। बता दें कि यह रिपोर्ट अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपए के एफपीओ के आवेदन के लिए खुलने से ठीक पहले आई थी। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की सभी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई।
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