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अडाणी ने 26 हजार करोड़ में इस कंपनी को अंबानी को टक्कर देने के लिए खरीदा, जानिए बनाया ये खास प्लान
Bhumika Sahu
4 Oct 2021 7:04 AM GMT
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पिछले हफ्ते अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने घोषणा की थी कि समूह अगले 10 वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में 20 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy) ने 26,000 करोड़ रुपये ( 3.5 अरब डॉलर) में एसबी एनर्जी इंडिया (SB Energy India) का अधिग्रहण पूरा कर लिया है. कंपनी ने एक बयान में कहा, दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा डेवलपर एजीईएल ने एसबी एनर्जी होल्डिंग्स लिमिटेड (एसबी एनर्जी इंडिया) के अधिग्रहण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, जिसके लिए 18 मई, 2021 को निर्णायक समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे. इस सौदे के साथ, SB Energy India अब एजीईएल की 100 फीसदी स्वामित्व वाली सब्सिडियरी बन गयी है. इससे पहले, यह जापान की सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प और भारती समूह के बीच 80:20 (क्रमश: 80 प्रतिशत और 20 प्रतिशत का सह स्वामित्व) का संयुक्त उद्यम थी.
इस लेनदेन के साथ एसबी एनर्जी इंडिया का उद्यम मूल्यांकन 3.5 अरब डॉलर (लगभग 26,000 करोड़ रुपये) हो गया है और यह भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सबसे बड़ा अधिग्रहण है.
20 अरब डॉलर निवेश का बनाया है प्लान
पिछले हफ्ते अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने घोषणा की थी कि समूह अगले 10 वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में 20 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगा.
एजीईएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) विनीत एस जैन ने बयान में कहा कि इस लेनदेन की मदद से एजीईएल नवीकरणीय ऊर्जा में वैश्विक अगुआ बनने के करीब पहुंच गया है.
उन्होंने कहा, SB Energy India की इन उच्च-गुणवत्ता वाली बड़ी उपयोगिता-पैमाने की संपत्तियों को अपने साथ जोड़ने से अडाणी ग्रीन एनर्जी के कार्बन न्यूट्रल भविष्य की ओर बढ़ने के भारत के प्रयासों में तेजी लाने के इरादे को पता चलता है. हमारी नवीकरणीय ऊर्जा की बुनियाद नए उद्योगों के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को सक्षम करेगी जिससे कई क्षेत्रों में रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद की जा सकती है.
अंबानी ने किया था 10 अरब डॉलर का ऐलान
इससे पहले हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के प्रमुख मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने भी तीन वर्ष में स्वच्छ एनर्जी और हाइड्रोजन ईंधन में 75,000 करोड़ रुपये (10 अरब डॉलर) निवेश की घोषणा की है. अंबानी ने इस महीने कहा था कि एक दशक में रिन्यूएबल एनर्जी से एक डॉलर प्रति किलोग्राम की लागत पर हाइड्रोजन बनाई जा सकती है. हाइड्रोजन में कार्बन उत्सर्जन नहीं होता है और इसे उद्योग और ऑटोमोबाइल में ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
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