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नए नियम के मुताबिक, FD कराने वाले नोट कर लें ये डेट, हो सकता है बड़ा नुकसान

Shiddhant Shriwas
6 Sep 2021 2:15 AM GMT
नए नियम के मुताबिक, FD कराने वाले नोट कर लें ये डेट, हो सकता है बड़ा नुकसान
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बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposits) कराने वालों के लिए महत्वपूर्ण खबर है. अगर आप बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) या टर्म डिपॉजिट (Term Deposit) करवाने वाले

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposits) कराने वालों के लिए महत्वपूर्ण खबर है. अगर आप बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) या टर्म डिपॉजिट (Term Deposit) करवाने वाले हैं या पहले करवा चुके हैं तो आपको ये डेट जरूर नोट कर लेना चाहिए. अगर आपने यह डेट नहीं नोट किया तो आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) मैच्योर होने के बाद बैंक के पास अनक्लेम्ड अमाउंट पर ब्याज के नियमों में बदलाव किया है. नए नियम के मुताबिक, मैच्योरिटी पूरी होने के बाद अगर आप पैसा का क्लेम नहीं करते हैं तो आपको इस पर कम ​ब्याज मिलेगा. ये ब्याज बचत खाते (Saving Account) पर मिलने वाले ब्याज के बराबर होगा.

बता दें कि फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), जिसे टर्म डिपॉजिट के रूप में भी जाना जाता है, फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स हैं जो लॉक-इन पीरियड में गारंटीकृत रिटर्न देते हैं. ये सबसे लोकप्रिय बचत योजनाओं में से एक हैं क्योंकि रिटर्न पूर्व निर्धारित हैं और स्पेसिफिक पीरियड में तय होता है.

याद रखें ये तारीख

अगर फिक्स्ड डिपॉजिट मैच्योर होता है और राशि का भुगतान नहीं हो पाता है या इस पर दावा नहीं किया जाता है तो उस पर ब्याज दर सेविंग्‍स अकाउंट के हिसाब से या मैच्‍योर्ड FD पर निर्धारित ब्‍याज दर, जो भी कम हो वो दी जाएगी.

इसलिए, डिपॉजिटर्स को ड्यू डेट को नोट करना चाहिए और ब्याज के नुकसान से बचने के लिए ड्यू डेट पर रसीद का नवीनीकरण करवाना चाहिए. नए नियम सभी कमर्शियल बैंकों, स्मॉल फाइनेंस बैंकों, लोकर एरिया के बैंकों और सहकारी बैंकों में जमा पर लागू हैं.

ये था पुराना नियम

पहले जब एफडी मैच्योर होने के बाद अगर आप पैसा नहीं निकालते थे या इस पर दावा नहीं करते थे तो बैंक आपकी एफडी को उसी पीरियड के लिए आगे बढ़ा देता था जिसके लिए आपने पहले फिक्स्ड डिपॉजिट की थी.

लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब मैच्योरिटी पर पैसा नहीं निकालने पर उस पर फिक्स्ड डिपॉजिट का ब्याज नहीं मिलेगा. इसलिए मैच्योरिटी के बाद तुरंत ही पैसा निकालना या एफडी को रिन्यू करना ही बेहतर होगा.

हालांकि, फाइनेंशियल प्लानर्स का कहना है कि किसी व्यक्ति को FD चुनने से पहले ब्याज दरों पर एक नजर डालनी चाहिए. कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFBs) टॉप लेंडर्स की तुलना में आकर्षक ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं. ब्याज दरों में कटौती के बावजूद कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक 6.75 फीसदी और 7 फीसदी के बीच उच्चतम ब्याज दर प्रदान कर रहे हैं.

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