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लगभग 98 फीसदी महिलाओं के खाते डोर स्टेप बैंकिंग के जरिए खोले गए

Teja
19 Jan 2022 9:02 AM GMT
लगभग 98 फीसदी महिलाओं के खाते डोर स्टेप बैंकिंग के जरिए खोले गए
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पहले स्थान पर मौजूद पेटीएम पेमेंट्स बैंक के 6.4 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं जबकि एयरटेल पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों की संख्या 6 करोड़ है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (India Post Payments Bank) ने 5 करोड़ ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया है. इसके साथ ही यह पेटीएम (Paytm) और एयरटेल पेमेंट्स बैंक (Airtel Payments Bank) के बाद तीसरा बड़ा पेमेंट बैंक बन गया है. आईपीपीबी ने एक बयान में कहा कि 1.36 लाख डाकघरों के नेटवर्क की मदद से 5 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं. इनमें से करीब 1.2 लाख डाकघर ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद हैं जो अपने 1.47 लाख बैंकिंग सेवा प्रदाताओं की मदद से ग्राहकों को घर पर बैंकिंग सेवाएं दे रहे हैं. आईपीपीबी ने 2,80,000 पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों की मदद से दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल फाइनेंशियल लिट्रेसी प्रोग्राम हासिल किया है.

डाक विभाग के सचिव विनीत पांडेय ने कहा, इंडिया पोस्ट में हम देश का बड़ा वित्तीय समावेशी नेटवर्क बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं. तीन साल की छोटी अवधि में ही पांच करोड़ ग्राहक बन जाना किफायती एवं सहज सेवा मुहैया कराने के मॉडल की कामयाबी को बयां करता है.
आईपीपीबी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जे वेंकटरामू ने इसे गर्व का क्षण बताते हुए कहा, हम निर्बाध बैंकिंग एवं जी2स4 सेवाएं देने के साथ ही अपना ग्राहक आधार बढ़ाने में सफल रहे हैं. इस तरह हम लगातार मजबूती हासिल कर रहे हैं.
13 से अधिक भाषाओं में मिलती है सर्विस
संचार मंत्रालय ने एक बयान में कहा, आईपीपीबी ने एनपीसीआई (NPCI), आरबीआई (RBI) और यूआईडीएआई (UIDAI) के इंटरऑपरेबल पेमेंट्स एंड सेटलमेंट सिस्टम के माध्यम से डिजिटल बैंकिंग को जमीनी स्तर पर लाया है और यह 13 से अधिक भाषाओं में सेवाएं प्रदान करता है.
IPPB बना तीसरा बड़ा पेमेंट बैंक
पहले स्थान पर मौजूद पेटीएम पेमेंट्स बैंक के 6.4 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं जबकि एयरटेल पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों की संख्या 6 करोड़ है. वहीं इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों की संख्या 5 करोड़ है.
48 फीसदी महिला खाताधारक
कुल खाताधारकों में से लगभग 48 फीसदी महिला खाताधारक थीं, जबकि 52 फीसदी पुरुष थे. यह महिला ग्राहकों को बैंकिंग नेटवर्क के तहत लाने पर बैंक के ध्यान को दर्शाता है. लगभग 98 फीसदी महिलाओं के खाते डोर स्टेप बैंकिंग के जरिए खोले गए और 68 फीसदी से अधिक महिलाएं डीबीटी का लाभ उठा रही थीं.
आईपीपीबी खाताधारक घर बैठे पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि अकाउंट और रेकरिंग डिपॉजिट में पैसे जमा कर सकते हैं. इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) की स्थापना डाक विभाग, संचार मंत्रालय के तहत की गई थी, जिसमें भारत सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी है.


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