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प्रिंसटन यूनिवर्सिटी और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम ने नमक के दाने जितना छोटा कैमरा तैयार किया है. ये सिर्फ आधा मिलीमीटर (Half a Millimetre sized camera) का है और कांच जैसे मटीरियल से बना हुआ है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नमक के दाने के आकार का होने के बावजूद, एक नया माइक्रोस्कोपिक कैमरा सामान्य लेंस के बराबर क्रिस्प, फुल कलर तस्वीरों को कैप्चर कर सकता है जो 500,000 गुना बड़े होते हैं. अल्ट्रा-कॉम्पैक्ट ऑप्टिकल डिवाइस को प्रिंसटन यूनिवर्सिटी और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा विकसित किया गया था. कैमरे के साइज़ की बात करें तो ये सिर्फ आधा मिलीमीटर (Half a Millimetre sized camera) का है और कांच जैसे मटीरियल से बना हुआ है.
कैमरा आएगा इतने काम
यह पिछले माइक्रो साइज कैमरा डिज़ाइनों की समस्याओं को दूर करता है. नया कैमरा सुपर-छोटे रोबोटों को अपने इनवायरमेंट को समझने की अनुमति दे सकता है और यहां तक कि डॉक्टरों को मानव शरीर के भीतर की समस्याओं को देखने में भी मदद कर सकता है. फुल साइज्ड कैमरे के अंदर, घुमावदार कांच या प्लास्टिक लेंस की एक सीरीज का उपयोग आने वाली प्रकाश किरणों को फिल्म के एक टुकड़े या एक डिजिटल सेंसर में फोकस में मोड़ने के लिए किया जाता है.
रिसर्चर्स ने मिलकर किया तैयार
इसके विपरीत, कंप्यूटर वैज्ञानिक एथन त्सेंग और उनके सहयोगियों द्वारा विकसित किया गया छोटा कैमरा एक विशेष 'मेटासरफेस' पर निर्भर करता है, जिसमें 1.6 मिलियन सिलेंड्रिकल पोस्ट होते हैं. 0.5-मिलीमीटर-वाइड सरफेस पर प्रत्येक पोस्ट का एक अनूठा आकार होता है, जिससे लाइटिंग में मदद मिलती है.
मिलेगी हाई क्वालिटी फोटो
इस छोटे से डिवाइस से हाई क्वालिटी तस्वीरें खीचीं जा सकेंगी. अभी तक माइक्रो कैमरों में सबसे बड़ी समस्या किनारों में ब्लर और सही कलर न दिखाना था. इस डिवाइस ने इन सारी समस्याओं को खत्म कर दिया है. अब इस कैमरे में कम्प्यूटेशन एबिलिटी डालने पर काम किया जा रहा है.
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