![भारत के 8.5 करोड़ कारोबारियों ने खोला मोर्चा, ई-कॉमर्स कारोबार में विदेशी कंपनियों की दखल बर्दाश्त नहीं भारत के 8.5 करोड़ कारोबारियों ने खोला मोर्चा, ई-कॉमर्स कारोबार में विदेशी कंपनियों की दखल बर्दाश्त नहीं](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/01/30/927398-dv.webp)
कन्फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अमेरिकी लॉबी समूह यूएसआईबीसी की कड़ी आलोचना की है जिसने भारत के ई कॉमर्स में सरकार द्वारा लाए जाने वाले सम्भावित सुधारों पर आपत्ति जताई है जो नितांत अनावश्यक है. कैट ने कहा की यूएसबीआईसीं का अनपेक्षित हस्तक्षेप ये दर्शाता है कि क्योंकि अमेज़न और वॉलमार्ट इस लॉबी समूह का एक हिस्सा है और वे इस बात को समझ चुके है कि भारत के ई-कॉमर्स और खुदरा व्यापार को नियंत्रित करने और हावी होने का उनका भयावह खेल जल्द ही खत्म हो जाएगा, यही कारण है कि सरकार द्वारा एक नई प्रेस नोट और ई-कॉमर्स नीति लाने के लिए डीपीआईआईटी की पहल को अवरुद्ध करने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं लेकिन यह भी तय है क़ी भारत के 8.5 करोड़ व्यापारियों की मजबूत शृंखलाएँ इन कंपनियों के मंसूबे सफल नहीं होने देगी तथा इस मुद्दे पर कैट सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है.