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RBI के एक फैसले से निवेशकों को हुआ 7750 करोड़ का फायदा, जानिए इस सरकारी बैंक का शेयर 20 फीसदी उछला
Bhumika Sahu
30 Sep 2021 7:14 AM GMT
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पीसीए फ्रेमवर्क से बाहर निकलने की खबर से गुरुवार को Indian Overseas Bank के शेयर में तेज उछाल आया जिससे निवेशकों को करीब 7750 करोड़ रुपये का फायदा हुआ.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावर्जनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) के शेयर में 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा. गुरुवार को बीएसई पर Indian Overseas Bank का शेयर 20 फीसदी बढ़कर 24.60 रुपये के भाव पर पहुंच गया. IOB के शेयरों में तेजी आरबीआई के एक बड़े फैसले के बाद आई है. दरअसल, बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इंडियन ओवरसीज बैंक को प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (PCA Framework) से बाहर निकाल दिया. पीसीए फ्रेमवर्क से बाहर निकलने की खबर से गुरुवार को शेयर में तेज उछाल आया जिससे निवेशकों को करीब 7750 करोड़ रुपये का फायदा हुआ.
रिजर्व बैंक ने बयान में कहा कि आईओबी के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद वित्तीय निगरानी बोर्ड ने 2020-21 के वित्तीय नतीजों के प्रकाशन के आधार पर पाया है कि बैंक पीसीए मानकों का उल्लंघन नहीं कर रहा है. बैंक को 2015 में पीसीए के तहत डाला गया था. केंद्रीय बैंक ने कहा कि इसी के मद्देनजर आईओबी को पीसीए अंकुशों से बाहर करने का फैसला किया गया है. इसके लिए बैंक को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा और उसकी निरंतर निगरानी की जाएगी.
अक्टूबर 2015 में लागू किया गया था PCA फ्रेमवर्क
PCA फ्रेमवर्क से बाहर निकाले जाने के बाद अब बैंक खुलकर लोन बांट सकेगा और कारोबार कर सकेगा. अगर कोई बैंक रिजर्व बैंक के पीसीए फ्रेमवर्क के अंतर्गत रहता है तो उसपर लोन बांटने और कारोबार करने संबंधी कई तरह के अंकुश लगाए गए होते हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अक्टूबर 2015 में इंडियन ओवरसीज बैंक पर इसे लागू किया था.
20 फीसदी का लगा अपर सर्किट
गुरुवार को कारोबार के दौरान बीएसई पर शेयर में 20 फीसदी अपर सर्किट लगा. बुधवार को शेयर 20.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ था, जो आज 20 फीसदी बढ़कर 24.60 रुपये के भाव पर पहुंच गया.
शेयर में तेजी से निवेशकों की चांदी हो गई. एक दिन में उनकी दौलत 7750 करोड़ रुपये बढ़ गई. बुधवार के बंद भाव पर बैंक का कुल मार्केट कैप 38,749.94 करोड़ रुपये था, जो गुरुवार को 7,749.99 करोड़ रुपये बढ़कर 46,499.93 करोड़ रुपये हो गया.
इस साल अभी तक स्टॉक में 129 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो निफ्टी 500 इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, जिसमें इसी अवधि के दौरान केवल 31 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
बैंक को क्यों रखा जाता है पीसीए के दायरे में
आरबीआई को जब लगता है कि किसी बैंक के पास जोखिम का सामना करने को पर्याप्त पूंजी नहीं है, उधार दिए धन से आय नहीं हो रही और मुनाफा नहीं हो रहा है तो उस बैंक को 'पीसीए' में डाल देता है, ताकि उसकी वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए जा सकें. कोई बैंक कब इस स्थिति से गुजर रहा है, यह जानने को आरबीआई ने कुछ इंडिकेटर्स तय किए हैं, जिनमें उतार-चढ़ाव से इसका पता चलता है. जैसे सीआरएआर, नेट एनपीए और रिटर्न ऑन एसेट्स.
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