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5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने कुल 88078 करोड़ रुपये के 5जी स्पेक्ट्रम के अधिग्रहण के लिए बोली लगाई है। भारती एयरटेल ने 43084 करोड़ रुपये, वोडाफोन-आइडिया ने 18799 करोड़ रुपये और अदाणी समूह ने केवल 212 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई है। यह जानकारी दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है।
सात दिनों तक चलने वाली 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में कुल चार दूरसंचार कंपनियों ने 1,50,173 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई है। जिसमें केवल Reliance Jio की भागीदारी 59 प्रतिशत है। Reliance Jio ने कुल 88078 करोड़ रुपये के 5G स्पेक्ट्रम के अधिग्रहण के लिए बोली लगाई है। 700 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए सभी 22 सर्किलों में रिलायंस जियो शीर्ष बोलीदाता है। Jio ने कुल 24740 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम हासिल किया है। भारती एयरटेल ने 19867 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 43084 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। वोडाफोन-आइडिया ने 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 18799 करोड़ रुपये की बोली लगाई। अदाणी समूह के अदानी डेटा नेटवर्क ने 400 मेगाहर्ट्ज 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 212 करोड़ रुपये की बोली लगाई है।
दूरसंचार मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से पेश किए गए 5जी स्पेक्ट्रम का 71 फीसदी हिस्सा बिक चुका है. सरकार ने ब्लॉक पर 72,098 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम आरक्षित किया है, जिसमें से 51,236 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बेचा गया है और कुल 1,50,173 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई है। उन्होंने कहा कि 10 अगस्त 2022 तक स्पेक्ट्रम आवंटन का काम पूरा कर लिया जाएगा और देश में 5जी मोबाइल सर्किलों के लिए जितना स्पेक्ट्रम खरीदा जा चुका है, उसे लॉन्च किया जा सकता है.
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5जी स्पेक्ट्रम की सफल नीलामी देश के दूरसंचार क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है। आपको बता दें कि टेलीकॉम सेक्टर में पहली बार एंट्री करने वाली रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और अदानी डेटा नेटवर्क ने 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में हिस्सा लिया था। माना जा रहा है कि टेलीकॉम कंपनियों को 5जी स्पेक्ट्रम आवंटित होने के बाद अक्टूबर 2022 में देश के कई बड़े शहरों में 5जी मोबाइल सेवा शुरू हो जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना तेज है। 5जी के शुरू होने के बाद ऑटोमेशन का एक नया युग शुरू होगा।
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