जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 5G Mobile Services: देश में 5G मोबाइल सर्विस का ट्रायल सफल हो चुका है लेकिन यह सुविधा आम लोगों तक कब पहुंचेगी. इस बारे में जानने के लिए लोग बहुत उत्सुक हैं. अब सरकार ने इस सवाल का जवाब दे दिया. सरकार ने देश में आम लोगों के लिए इस सर्विस का लॉन्चिंग महीना और साल दोनों बता दिए हैं.
आम लोगों के लिए मार्च 2023 में लॉन्च होगी 5G मोबाइल सर्विस
केंद्रीय रेलवे और सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने पेरिस में आयोजित हुए एक इवेंट में इस बारे में घोषणा की. अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत में 5G मोबाइल सर्विस मार्च 2023 तक लॉन्च कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया अगले महीने जुलाई के अंत तक पूरी कर ली जाएगी. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत ने अपने बलबूते पहले 4G सर्विस लॉन्च की थी और अब 5G सेवा की लॉन्चिंग की तैयारी कर रहा है. यह उपलब्धि पाने वाला भारत दुनिया के गिना-चुना देश है. इस सर्विस के शुरू होने से पहले देश में पर्याप्त नेटवर्क खड़ा कर लिया जाएगा.
डेटा की स्पीड 10 गुणा ज्यादा बढ़ जाएगी
अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बताया कि इंटरनेट की 5G सर्विस का मिड और हाई बैंड का इस्तेमाल टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां करेंगी. इस सर्विस के लॉन्चिंग के साथ ही देश में डेटा की स्पीड और क्षमता 4G की तुलना में 10 गुणा ज्यादा बढ़ जाएंगी. उन्होंने बताया कि जुलाई में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी खत्म होने के बाद सरकार टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ चर्चा करेगी और इस सुविधा को जल्द से जल्द लॉन्च करने की तैयारी करेगी. मंत्री ने उम्मीद जताई कि 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को टेलिकॉम कंपनियों से अच्छा रिस्पांस मिलेगा और सरकार को इस सेवा से बेहतर फायदा हासिल होगा.
फ्रांस में भी मान्य होगा UPI और Rupay Card
केंद्रीय सूचना तकनीक मंत्री ने बताया कि भारत का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) सिस्टम अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहा है. भारत में एक महीने के अंदर 5.5 बिलियन यानी 5.5 करोड़ UPI ट्रांजेक्शन हो रहे हैं. यह दुनिया के लिए बड़ी हैरत की बात है. पूरी दुनिया इस बात को ध्यान से देख रही है कि तकनीक और आर्थिक सुधारों के मामले में भारत किस तरह आगे बढ़ता जा रहा है. उन्होंने बताया कि अब भारत का UPI और Rupay Card फ्रांस व उससे जुड़े देशों में भी मान्य होगा. इसके लिए NPCI और फ्रांस के लीरा नेटवर्क के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा नए स्टार्ट अप अब भारत में शुरू हो रहे हैं. यूरोप ने भारत की इस उपलब्धि का सम्मान करते हुए उसे स्टार्ट अप के मामले में कंट्री ऑफ द ईयर घोषित किया है. दुनिया इस बात से चकित है कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने कितनी तेजी से अपने यहां स्टार्ट अप शुरू करने के लिए इको सिस्टम तैयार कर लिया है.
'भारत अब सेमीकंडक्टर चिप का हब बनने को तैयार'
अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बताया कि अब भारत ने कारों और इलेक्ट्रॉनिक आइटम में लगने वाली सेमीकंडक्टर चिप का मैन्युफैक्चरिंग हब बनने का फैसला किया है. फिलहाल इसके लिए पूरी दुनिया ताइवान और चीन पर निर्भर है. अगर चीन ने ताइवान पर हमला कर उसे अपने कब्जे में ले लिया तो भारत समेत पूरी दुनिया की कमर टूट जाएगी. इसलिए भारत ने अभी से इस दिशा में पहल करते हुए खुद को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में तैयार का डिसीजन लिया है.
'अगले महीने हो जाएगा निर्माण का पहला समझौता'
मंत्री ने कहा, 'मैं इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हूं कि अगले एक महीने के अंदर हम सेमीकंडक्टर चिप निर्माण के मामले में पहला समझौता कर लेंगे. मैं IMEC ऑफिशियल्स से मिलने के लिए बेल्जियम जा रहा हूं. हम 16 जून तक उनसे सपोर्ट के बारे में कंफर्म हो सकेंगे. पूरी दुनिया को इस वक्त एक भरोसेमंद पार्टनर की जरूरत है, जो किसी भी परिस्थिति में सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण को रुकने न दे. भारत इस उम्मीद पर पूरी तरह खरा उतरता है. पूरा विश्व इस वक्त भारत की ओर आशा की नजरों से देख रहा है. अगर भारत इस दिशा में सफल होता है तो पूरा विश्व सफल होगा.'