x
भारत सरकार प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर लगाम लगाने के लिए सख्त रवैया अपना रही है और इसीलिए वाहन स्क्रैपिंग नीति पेश की गई है. वाहन स्क्रैप कराने पर भारी छूट भी मिलेगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लंबे समय से वाहनों की स्क्रैपिंग पर यानी वाहन नष्ट करने की नीति पर काम किया जा रहा है और सरकार ने इस नीति को लागू भी कर दिया है. इस नीति के अंतर्गत 10 साल पुरानी डीजल कारों और 15 साल पुरानी पेट्रोल कारों को स्क्रैप करने का नियम बनाया गया है जो वाहन की फिटनेस पर निर्भर करता है. अगर तय समय के बाद भी वाहन मालिक इसका इस्तेमाल करना चाहता है तो उन्हें वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाना होगा. अगर इस फिटनेस टेस्ट में वाहन फेल हो जाता है तो उसे स्क्रैप किए जाएगा.
नई कार की खरीद पर 5 प्रतिशत की छूट
ये नीति आपके लिए बहुत फायदेमंद भी साबित होने वाली है. अगर आप अपना पुराना वाहन स्क्रैप कराते हैं तो उसका सर्टिफिकेट दिखाने के बाद नई कार की खरीद पर आपको 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी. ऐसे में अगर आप 5 लाख रुपये की कार खरीद रहे हैं तो इसपर आपको 5 प्रतिशत के हिसाब से 25,000 रुपये की छूट तो मिलेगी ही, नए वाहन का रजिस्ट्रेशन भी माफ हो जाएगा जो करीब 50,000 रुपये होता है. कुल मिलाकर 5 लाख रुपये की कार खरीदने जा रहे हैं और स्क्रैप सर्टिफिकेट आपके पास है तो नए वाहन पर कुल 75,000 रुपये का लाभ उठा सकते हैं.
प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर लगाम
बता दें कि सरकार ने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर लगाम लगाने के लिए सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. अगर तय समय से पुराने वाहन का दोबारा फिटनेस टेस्ट कराना भी चाहते हैं तो इसके शुल्क को बहुत बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा सरकार से पहले मारुति सुजुकी और टोयोटा ने भी भारत का पहला व्हीकल स्क्रैंपिंग यार्ड शुरू कर दिया है. ये स्क्रैपिंग सेंटर 10,993 वर्ग मीटर में फैला है और इसे बनाने में कंपनी ने 44 करोड़ का निवेश किया है. तो अगर आप अपना पुराना पेट्रोल या डीजल वाहन स्क्रैप कराते हैं तो नए वाहन पर भारी डिस्काउंट मिलेगा.
Next Story