व्यापार
इस क्रिप्टोकरंसी में आया 4 करोड़ परसेंट का उछाल, कुछ घंटों में हुई 59 अरब डॉलर की ट्रेडिंग
Apurva Srivastav
16 Jun 2021 6:22 PM GMT
x
क्रिप्टोकरंसी को बाजार के उतार-चढ़ाव के खतरों से जोड़ कर देखा जाता है
क्रिप्टोकरंसी को बाजार के उतार-चढ़ाव के खतरों से जोड़ कर देखा जाता है. यानी कि पल में वृद्धि तो पल भर में गिरावट आ सकती है. कुछ ऐसे टोकन हैं जो कुछ सौ रुपये में खरीदे गए लेकिन आज लाखों में रिटर्न दे रहे हैं. डोजडॉइन और शिबू जैसी क्रिप्टोकरंसी ने निवेशकों को बहुत अच्छा रिटर्न दिया है. लेकिन इन सभी क्रिप्टोकरंसी में PRIiVCY ऐसा टोकन है जिसने एक दिन में 4,00,00,000 परसेंट का रिटर्न दिया है. यह क्रिप्टोकरंसी PRIV के नाम से खरीदी और बेची जा रही है.
क्रिप्टोकरंसी ट्रै्कर CoinMarketCap.com के मुताबिक, 14 जून को PRIV के दाम 3,563.70 डॉलर पर पहुंच गया जबकि 13 जून को उसके दाम 0.008814 डॉलर था. इसकी वृद्धि देखें तो यह 4,04,32,166.84 परसेंट के आसपास है. अभी एक PRIV का दाम 3,600.80 डॉलर पर चल रहा है और इस पूरी क्रिप्टोकरंसी की मार्केट वैल्यू 59 बिलियन डॉलर के आसपास है. अभी यह क्रिप्टोकरंसी दुनिया में चौथे नंबर पर है. पहले नंबर पर बिटकॉइन, दूसरे पर इथीरियम, तीसरे पर डोजकॉइन और चौथे पर PRIV
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
हालांकि एक ही दिन में 4,00,00,000 परसेंट की वृद्धि के बारे में एक्सपर्ट का कहना है कि यह कोई टेक्निकल एरर हो सकता है. एक्सपर्ट का कहना है कि PRIV के नाम से टोकन है और इंडेक्स भी. ऐसा लगता है कि टेक्निकल एरर के चलते दोनों एसेट एक साथ मिल गए हैं जिससे क्रिप्टो में बड़ी बढ़ोतरी देखी जा रही है. क्रिप्टोकरंसी PRIV की वेबसाइट के मुताबिक, यह करंसी उसी ब्लॉकचेन पर बनाई गई है जिस पर बिटकॉइन का निर्माण हुआ है. PRIiVCY टोकन की ट्रेडिंग दो अलग-अलग एक्सचेंज पर होती है.
निवेश की जानिए सच्चाई
क्रेक्स24 और स्टेक क्यूब एक्सचेंज के जरिये इस क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर यह क्रिप्टोकरंसी 0.006341-0.0072 डॉलर के रेंज में ट्रेडिंग कर रही है. जबकि इसी करंसी के इंडेक्स PRIV-PERP पर इसकी कीमत 3,600 डॉलर दिख रही है. यानी कि PRIV क्रिप्टोकरंसी की कीमत बहुत कम है लेकिन उसके स्टॉक की कीमत बहुत ज्यादा दिख रही है. एक्सपर्ट के मुताबिक, CoinMarketCap.com पर कोई एरर है जिसके चलते क्रिप्टोकरंसी और उसके एक्सचेंज की कीमतें मर्ज हो गई हैं.
पहले भी हुई है ऐसी घटना
पूर्व में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें किसी कॉइन की कीमतें कई हजार गुना तक बढ़ गईं. ऐसा टेक्निकल गड़बड़ी की वजह से हुआ जो बाद में ठीक किया गया. कुछ ही मिनटों को हजारों परसेंट की वृद्धि से साफ पता चलता है कि कोई गड़बड़ी है. चूंकि क्रिप्टो कॉइन का काम पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर आधारित है, इसलिए छोटी सी गलती भी कीमतों को बढ़ा-चढ़ा कर दिखा सकती है. अभी हाल में दुबईकॉइन क्रिप्टो के साथ ऐसा ही हुआ था. इसके बारे में गलत दावा किया गया कि यह दुबई की आधिकारिक क्रिप्टोकरंसी है जिसके बाद कीमतों में 1,000 परसेंट का उछाल आ गया. बाद में दुबई सरकार ने साफ किया कि ऐसी कोई करेंसी सरकार की नहीं है और यह फिशिंग फ्रॉड का काम हो सकता है.
Next Story