व्यापार

कोरोना संकट में सोने की मांग में नहीं आई कमी 9 महीने में सोने आयात हुआ दोगुना

Teja
16 Jan 2022 8:21 AM GMT
कोरोना संकट में सोने की मांग में नहीं आई कमी 9 महीने में सोने आयात हुआ दोगुना
x
सोने का आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | देश का सोने का आयात (Gold Import) चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर, 2021) में दोगुना से अधिक होकर 38 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. मांग ऊंची रहने से सोने के आयात में बढ़ोतरी हुई है. सोने का आयात चालू खाते के घाटे (CAD) को प्रभावित करता है. अप्रैल-दिसंबर, 2020 में सोने का आयात 16.78 अरब डॉलर रहा था. आपको बता दें कि भारत दुनिया में चीन के बाद सोने (Gold) का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. सोने का आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है.

आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2021 में सोने का आयात बढ़कर 4.8 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 4.5 अरब डॉलर रहा था. वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में सोने के आयात में बढ़ोतरी से व्यापार घाटा भी बढ़कर 142.44 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 61.38 अरब डॉलर पर था.
इसी तरह वित्त वर्ष के पहले नौ माह में चांदी का आयात भी बढ़कर दो अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 76.2 करोड़ डॉलर था.
भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उभोक्ता
भारत दुनिया में चीन के बाद सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. सोने का आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है. चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 71 फीसदी बढ़कर 2.9 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया.
चालू खाता, जो पूंजी के अंतरdराष्ट्रीय हस्तांतरण के साथ-साथ वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात और आयात के मूल्य को रिकॉर्ड करता है, तिमाही-पूर्व और वर्ष-पूर्व अवधि दोनों में सरप्लस मोड में था.
अब शेयर की सोने की होगी खरीदारी
सेबी ने देश के पहले गोल्ड एक्सचेंज का खाका पेश कर दिया है. सेबी के इस फ्रेमवर्क के बाद ऐसी संभावना है कि जल्द ही देश में गोल्ड एक्सचेंज शुरू हो जाएगा. इस एक्सचेंज के जरिए लोगों को शुद्ध सोना मिल सकेगा. साथ ही दुनियाभर में सोने के भाव को तय करने में भारत की भूमिका मजबूत होगी.
सेबी ने गोल्ड एक्सचेंज का जो खाका पेश किया है उसमें फिजिकल गोल्ड को जमा करके इलेक्ट्रोनिक गोल्ड रिसिप्ट दी जाएगी. यह रिसिप्ट एक्सचेंज पर ट्रेड हो सकेगी और उसी रिसिप्ट को जमा करके फिजिकल सोने की डिलिवरी ली जा सकेगी.
अभी तक आप शेयर खरीदने के लिए एक ब्रोकर के पास डीमैट खुलवाते हैं. इसके बाद शेयरों में ट्रेडिंग शुरू करते हैं. गोल्ड एक्सचेंज भी कुछ ऐसे ही काम होगा. मान लीजिए कि आप सोना खरीदना चाहते हैं. इसके लिए आप ब्रोकर के माध्यम से गोल्ड एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म पर जाएंगे और सोना खरीदने को लेकर अपनी जरूरत बताएंगे यानी कितनी शुद्धता का कितना सोना खरीदना है.


Next Story