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भारत में तेजी से कम हो रही छोटी कारों की मांग,जानें वजह
Ritisha Jaiswal
12 Aug 2022 10:30 AM GMT
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सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए जुलाई के वाहन बिक्री के आंकड़ों से पता चलता है
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए जुलाई के वाहन बिक्री के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में तेजी से एसयूवी या यूटिलिटी वाहनों की मांग बढ़ रही है. भारत में सभी प्रमुख वाहन निर्माताओं को रिप्रेजेंट करने वाली एजेंसी ने कहा कि पिछले महीने भारत में बेची गई हर दो कारों में से लगभग एक एसयूवी थी, जिसकी बाजार हिस्सेदारी लगभग 47 प्रतिशत थी. जुलाई में भारत लगभग 2.94 लाख पैसेंजर फोर व्हीलर की बिक्री हुई, जिसमें से सिर्फ 1.37 लाख एसयूवी शामिल हैं.
मारुति सुजुकी हुंडई टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी प्रमुख कार निर्माता कंपनियां तेजी से यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट की ओर अपना फोकस बढ़ा रही हैं. हाल के दिनों में सभी कार निर्माताओं ने भारतीय बाजार के लिए लॉन्च किए गए या तैयार किए जा रहे कई नए मॉडलों के साथ एसयूवी सेगमेंट में बढ़ने की इच्छा व्यक्त की है.
तीन सालों 29 फीसदी कम हई बिक्री
SIAM की ओर से शेयर किए गए जुलाई बिक्री डेटा भी भारत में हैचबैक के सिकुड़ते बाजार हिस्से की ओर इशारा करता है. कभी फोर व्हीलर वाहन उद्योग की रीढ़ बनने वाला यह सेगमेंट अब घटकर 40 फीसदी से भी कम रह गया है. हैचबैक्स ने भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी का कोर सेगमेंट बनाया. पिछले वित्त वर्ष में छोटी कारों की बिक्री में पांच फीसदी की गिरावट आई है. 2018-19 की तुलना में मारुति सुजुकी की हैचबैक बिक्री में 29 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
ब्रेजा और ग्रैंड विटारा से मारुति की स्थिति बेहतर
हैचबैक की बिक्री में गिरावट ने मारुति सुजुकी के एक बड़े एसयूवी पोर्टफोलियो के लिए धक्का बढ़ा दिया है. मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा, 'दूसरी तरफ एसयूवी सेक्टर का विकास जारी है. इस सेगमेंट में प्रभावी रूप से प्रतिस्पर्धा करने के लिए हमारे पास पर्याप्त मॉडल नहीं थे, हालांकि अब रीमॉडेल्ड ब्रेजा के लॉन्च और ग्रैंड विटारा के वैश्विक लॉन्च के साथ स्थिति बहुत बेहतर हो गई है. "
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कम हो रहा छोटी कारों की दबदबा
सियाम द्वारा साझा किए गए वाहनों की बिक्री के आंकड़ों के विपरीत भारत में अभी भी हैचबैक की मांग है. वैगनआर, स्विफ्ट, बलेनो और ऑल्टो जैसी कारें पिछले कुछ वर्षों में नियमित रूप से भारत की सबसे पसंदीदा कारों में शामिल रही हैं. हालांकि, एसयूवी और अन्य यूटिलिटी वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ, हैचबैक का दबदबा कम होता दिख रहा है.
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