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जीएसटी ने भरा सरकार का खजाना, तरक्की हुई तेज

Tara Tandi
3 Jun 2023 8:56 AM GMT
जीएसटी ने भरा सरकार का खजाना, तरक्की हुई तेज
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माल एवं सेवा कर यानी जीएसटी भारत के लिए अभी बहुत पुरानी व्यवस्था नहीं है. एक महीने बाद जीएसटी को लागू हुए छह साल पूरे हो जाएंगे. इन छह सालों में जीएसटी की व्यवस्था सुदृढ़ और परिपक्व होने लग गई है. इसने न सिर्फ सरकार की टैक्स से कमाई बढ़ाई है, बल्कि इससे सरकार को एक साथ कई निशाने को साधने में मदद मिली है. हम आंकड़ों की मदद से इसे स्पष्ट करने का प्रयास करते हैं...
मई में इतना बढ़ा जीएसटी का संग्रह
सबसे पहले ताजे आंकड़ों की बात. एक दिन पहले ही यानी 1 जून 2023 को वित्त मंत्रालय ने जीएसटी संग्रह के ताजा आंकड़ों की जानकारी दी है. वित्त मंत्रालय ने बताया है कि मई 2023 के महीने में जीएसटी से सरकार को 1.57 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. सरकारी खजाने को मई 2023 के दौरान हुई यह कमाई साल भर पहले यानी मई 2022 की तुलना में 12 फीसदी ज्यादा है. इससे पता चलता है कि साल दर साल जीएसटी से सरकारी खजाने को पहले की तुलना में ज्यादा पैसे मिल रहे हैं.
अप्रैल में जीएसटी ने बनाया था रिकॉर्ड
मई से ऐन पहले यानी अप्रैल महीने के दौरान जीएसटी ने अपना अब तक का सबसे शानदार रिकॉर्ड बनाया था. अप्रैल महीने के दौरान सरकार को जीएसटी से 1.87 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई थी. यह किसी एक महीने के दौरान अप्रत्यक्ष करों से सरकार को हुई सबसे ज्यादा कमाई है. जीएसटी संग्रह के और आंकड़ों को देखने से बात ज्यादा स्पष्ट होती है. अमल में आने के बाद से अब तक 5 बार ऐसे मौके आए हैं, जब जीएसटी से मिला राजस्व 1.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है. इतना ही नहीं बल्कि मई लगातार 14वां ऐसा महीना रहा, जब सरकार ने जीएसटी से 1.4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा राजस्व जुटाने में सफलता प्राप्त की.
हर महीने जीएसटी से कमाई ताबड़तोड़
पिछले वित्त वर्ष के दौरान हर महीने सरकार को जीएसटी से 1.40 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा मिले हैं. चालू वित्त वर्ष यानी 2023-24 के लिए अभी दो महीने अप्रैल और मई 2023 के आंकड़े सामने आए हैं. दोनों ही महीने के दौरान जीएसटी कलेक्शन साल भर पहले के समान महीने की तुलना में ज्यादा रहा है. इससे पहले मार्च 2023 के महीने में जीएसटी कलेक्शन साल भर पहले की तुलना में 13 फीसदी बढ़कर 1.60 लाख करोड़ रुपये रहा था. यह बताता है कि जीएसटी से कलेक्शन में लगातार सुधार हो रहा है. इसे वित्त मंत्रालय के इस ग्राफिक्स से और अच्छे से समझ सकते हैं
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