बिहार

मुजफ्फरपुर किशोरियों की गुमशुदगी में सूबे में तीसरे नंबर पर

23 Dec 2023 12:43 AM GMT
मुजफ्फरपुर किशोरियों की गुमशुदगी में सूबे में तीसरे नंबर पर
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मुजफ्फरपुर: किशोरियों के लापता मामले में मुजफ्फरपुर का राज्य में तीसरा स्थान है. ये ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुईं या अपनी मर्जी से दोस्तों के साथ घर से निकलीं, यह जांच का विषय है, लेकिन किशोरियों के ढूंढ़ने के मामले में स्थानीय पुलिस की विफलता कई सवाल खड़े करती है. चाहे व नवरूणा का मामला …

मुजफ्फरपुर: किशोरियों के लापता मामले में मुजफ्फरपुर का राज्य में तीसरा स्थान है. ये ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुईं या अपनी मर्जी से दोस्तों के साथ घर से निकलीं, यह जांच का विषय है, लेकिन किशोरियों के ढूंढ़ने के मामले में स्थानीय पुलिस की विफलता कई सवाल खड़े करती है. चाहे व नवरूणा का मामला हो, खुशी का या एमबीए छात्रा की गुमशुदी का. पुलिस प्रशासन के लिए इनका सुराग लगाना चुनौती है. पिछले साल राज्य में कुल 5204 किशोरियां लापता हुईं, जिनमें मुजफ्फरपुर की 402 किशोरियां शामिल हैं. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि बिहार में महिला और खासकर किशोरियों के लापता होने की रफ्तार खतरनाक है.

एनसीआरबी के 2022 के रिकार्ड के मुताबिक राज्य में महिलाओं की गुमशुदगी के कुल 7903 मामले दर्ज हुए, इनमें से किशोरियों की संख्या 5204 है. महिला और किशोरियों के लापता होने के सबसे अधिक मामले राजधानी पटना में दर्ज किये गए हैं. पटना से पिछले साल कुल 998 महिलाएं गायब हुईं, इनमें किशोरियों की संख्या 655 है. वहीं दूसरे स्थान पर सारण जिला है, जहां कुल 494 महिलाएं गायब हुईं, जिनमें किशोरियों की संख्या 467 है. तीसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर है, जहां से पिछले वर्ष 698 महिलाएं गायब हुईं, जिनमें किशोरियों की संख्या 402 रही है. वहीं चौथे स्थान पर वैशाली जिला है, जहां से 444 महिलाएं गायब हुईं, जिनमें किशोरियों की संख्या 277 है.

मधेपुरा में नहीं गायब हुई एक भी किशोरी

टॉप फाइव में आने वाले जिलों में पांचवें पायदान पर सीतामढ़ी है, जहां से पिछले वर्ष 4 महिलाएं गायब हुईं, इनमें किशोरियों की संख्या 270 है. सबसे कम महिलाओं और किशोरियों की गुमशुदगी के मामले औरंगाबाद में हैं. यहां पांच महिलाएं गायब हुईं, जिनमें एक किशोरी है. मधेपुरा में न तो एक भी महिला गायब हुई है और न कोई किशोरी.

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