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Arunachal : एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस ने कांग्रेस से बहुविवाह संबंधी मुद्दों को गंभीरता से लेने का आग्रह किया
ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी (एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस) ने शनिवार को केंद्रीय कांग्रेस पार्टी नेतृत्व से राज्य में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए अरुणाचल प्रदेश में बहुविवाह से संबंधित मुद्दों को अधिक गंभीरता से लेने का आग्रह किया। एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस ने कहा कि अरुणाचल में बहुविवाह प्रथा चिंताजनक रूप से बढ़ रही है, जिससे …
ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी (एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस) ने शनिवार को केंद्रीय कांग्रेस पार्टी नेतृत्व से राज्य में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए अरुणाचल प्रदेश में बहुविवाह से संबंधित मुद्दों को अधिक गंभीरता से लेने का आग्रह किया।
एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस ने कहा कि अरुणाचल में बहुविवाह प्रथा चिंताजनक रूप से बढ़ रही है, जिससे राज्य के सामाजिक ताने-बाने पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस के अध्यक्ष कानी नाडा मलिंग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लिखा, "ये प्रथाएं न केवल महिलाओं के शोषण को बढ़ावा देती हैं बल्कि लैंगिक समानता के ह्रास में भी योगदान देती हैं।"
मलिंग ने कहा, "यह निराशाजनक है कि वोट बैंक के लिए महिलाओं का इस्तेमाल महज एक उपकरण के रूप में किया जाना एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति बन गया है, जिसके खिलाफ हमने 1979 में अपनी स्थापना के बाद से लगातार वकालत की है।"
उन्होंने कहा कि "6 सितंबर, 2023 को अरुणाचल प्रदेश मोनोगैमी इलेक्शन बिल 2023 की वापसी के रूप में हालिया झटका हमारे लिए बहुत निराशा की बात है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के विधायक निनॉन्ग एरिंग द्वारा पेश किए गए विधेयक का उद्देश्य केवल एक पति या पत्नी वाले व्यक्तियों को चुनाव लड़ने के लिए पात्र बनाना है।
एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस अध्यक्ष ने कहा, "इसका उद्देश्य जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 में महत्वपूर्ण संशोधन लाना और पंचायत अधिनियम, 1997 और नगरपालिका अधिनियम, 2007 को शामिल करना था।"
उन्होंने कहा कि विधेयक को सदन के पटल पर बहस और चर्चा के लिए भी नहीं रखा गया, जो राज्य की आधी महिला आबादी की आवाज पर कुठाराघात है।
मलिंग ने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए एक पति या पत्नी वाले व्यक्तियों की पात्रता का सक्रिय रूप से समर्थन करना हमारे राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण और बेहतरी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।