पाकिस्तान के कटास राज मंदिर पहुंचे 3 हजार हिंदू प्रदर्शनकारी
हिंदू समुदाय (Hindu community) के लगभग तीन हजार लोग शनिवार को धार्मिक अनुष्ठान के लिए चकवाल में कटास राज मंदिर (Katas Raj Temple) पहुंचे. हिंदू समुदाय (Hindu community) के ये लोग करीब 94 बसों के
जनता से रिश्ता वेबडेस्क |हिंदू समुदाय (Hindu community) के लगभग तीन हजार लोग शनिवार को धार्मिक अनुष्ठान के लिए चकवाल में कटास राज मंदिर (Katas Raj Temple) पहुंचे. हिंदू समुदाय (Hindu community) के ये लोग करीब 94 बसों के जत्थे के साथ यहां पहुंचे. वे पिछले महीने भारत में पाकिस्तान (Pakistan) के एक हिंदू परिवार के 11 सदस्यों की कथित हत्या के खिलाफ इस्लामाबाद (Islamabad) में भारतीय उच्चायोग के बाहर धरने पर बैठे. ये लोग पाकिस्तान (Pakistan) के सिंध से आए थे.
अपना विरोध दर्ज करने के बाद हिंदू समुदाय के सदस्यों ने हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक, चकवाल के कटास राज मंदिर में जाने का मौका मिला. हिंदू प्रदर्शनकारियों को चकवाल के उपायुक्त (डीसी) बिलाल बिन हाशिम, जिला पुलिस अधिकारी मुहम्मद बिन अशरफ और अन्य जिले के अधिकारियों ने रिसीव किया. हिंदू प्रदर्शनकारियों का काफिला शहर में पहुंचने से पहले सुरक्षाकर्मियों ने कटास राज मंदिर को सुरक्षाकर्मियों ने पूरी तरह से घेर लिया. मंदिर में पूजा अनुष्ठान करने के बाद सभी अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए.
कटास राज मंदिर को किला कटास के रूप में भी जाना जाता है. यहां एक प्राचीन शिव मंदिर है. इसके अतिरिक्त और भी मंदिरों की श्रृंखला है जो दसवीं शताब्दी के बताये जाते हैं. बताया जाता है कि इस स्थान को शिव नेत्र माना जाता है.
जब पार्वती सती हुईं तो भगवान शिव की आंखों से दो आंसू टपके, एक आंसू कटास पर टपका जहां अमृत बन गया और यह आज भी महान सरोवर अमृत कुंड तीर्थ स्थान कटास राज के रूप में है. दूसरा आंसू अजमेर राजस्थान में टपका जहां पुष्करराज तीर्थ स्थान है.
तीर्थयात्रियों ने कहा कि कटास राज में शिवरात्रि समारोह में भाग लेने के अलावा वे आसपास के अन्य हिंदू मंदिरों में भी जाएंगे. 1974 के भारत-पाकिस्तान प्रोटोकॉल के तहत भारत से हर साल बड़ी संख्या में सिख और हिंदू तीर्थयात्री धार्मिक त्यौहारों के लिए पाकिस्तान जाते हैं.
भारत में हिंदूओं की कथित हत्याओं की पाक ने मांगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट
इसके पहले लाहौर कैथेड्रल चर्च में राष्ट्रीय आयोग की एक गोपनीय बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने भारत में पाकिस्तानी हिंदुओं की कथित हत्याओं की निंदा की गई और दिल्ली से मारे गए लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने की मांग की गई.
बैठक में शामिल प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पाकिस्तानी उच्चायोग को इस घटना की जांच के लिए राजनयिक पहुंच दी जानी चाहिए. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर निराशा व्यक्त करते हुए इस मामले में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को भी नोटिस देने का का आह्वान किया. mप्रतिनिधिमंडल ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं दिया गया तो वे सफेद झंडे लेकर शांति के लिए भारत-पाक सीमा पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.