इजराइल के नए पीएम बने येर लैपिड, केवल पांच महीने का हो सकता है कार्यकाल, ये रही वजह
इजराइल को येर लैपिड के रूप में अपना 14वां प्रधानमंत्री मिल गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इजराइल को येर लैपिड के रूप में अपना 14वां प्रधानमंत्री मिल गया है। हालांकि इजराइल के राजनीतिक संकट आने के बाद संकट मोचक बने लैपिड का कार्यकाल छोटा हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्होंने 1 नवंबर को होने वाले इजराइल के चुनाव से पहले कार्यवाहक प्रधानमंत्री की कमान संभाली है। लैपिड ने वैकल्पिक प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से सत्ता की चाबी लेते ही हैंडओवर समारोह में कहा कि हम एक यहूदी लोकतांत्रिक देश हैं और इसे संपन्न बनाने के लिए सबसे बेहतर प्रयास करेंगे।
जो बाइडेन ने दी बधाई
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लैपिड को नया प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी है। ट्विटर पर लिखते हुए उन्होंने कहा, "इजरायल के नए प्रधानमंत्री YairLapid को बधाई। बाइडन ने इसी के साथ वैकल्पिक पीएम बन चुके NaftaliBennett को भी पिछले एक साल में दोस्ती निभाने के लिए धन्यवाद दिया है। बाइडन ने एक और ट्वीट में कहा कि "मैं यूएस-इजराइल की अटूट साझेदारी का जश्न मनाने के लिए जुलाई में आप दोनों को देखने के लिए उत्सुक हूं।"
यह होगा लैपिड का पहला एजेंडा
बता दें कि कार्यालय में अपने पहले दिन लैपिड का पहला एजेंडा तेल अवीव में किर्या सैन्य मुख्यालय में शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख रोनेन बार के साथ बैठक करना होगा। इसके तुरंत बाद, नए प्रधानमंत्री दो इजरायली नागरिकों और दो रक्षा बलों (आईडीएफ) के सैनिकों के अवशेषों को वापिस लाने पर चर्चा करेंगे, जिन्हें गाजा पट्टी में हमास द्वारा बंदी बनाकर रखा गया है।
हमास के वीडियो के बाद सुर्खियों में आया मामला
यह विषय इस सप्ताह फिर से सुर्खियों में उस समय आया जब हमास ने एक वीडियो प्रसारित किया जिसमें इजरायली बंदी हिशाम अल-सईद को आक्सीजन मास्क से जुड़ा हुआ दिखाया गया था, 2015 में गाजा पार करने के बाद से उसकी यह पहली तस्वीर थी। माना जाता है कि हमास के पास एवेरा मेंगिस्टु, साथ ही सैनिक ओरोन शाल और हैदर गोल्डिन के अवशेष भी हैं। उनकी रिहाई को सुरक्षित करने के लिए बातचीत वर्षों से रुकी हुई है।
5 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रपति से करेंगे मुलाकात
द टाइम्स आफ इजराइल के अनुसार, लैपिड 5 जुलाई को पेरिस की एक संक्षिप्त यात्रा करने वाले हैं, जहां वह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से मिलेंगे। रविवार को लैपिड के अपने प्रीमियरशिप की पहली साप्ताहिक कैबिनेट बैठक बुलाने की उम्मीद है। बेनेट एक वैकल्पिक प्रधानमंत्री के रूप में सरकार में बने रहने के लिए तैयार हैं। वह देश की ईरान नीति की जिम्मेदारी भी संभालते रहेंगे। बैनेट ने इसी के साथ बुधवार को घोषणा की कि अगले संसदीय चुनावों में भाग लेने की उनकी कोई योजना नहीं है।
साढ़े तीन साल में होगा पांचवां चुनाव
बता दें कि बीती रात ही मतदान के बाद इजरायली संसद भंग हो गई है। इसके साथ ही अब नवंबर में आम चुनाव होना तय हो गया है। इस फैसले के चलते इजरायल में साढ़े तीन साल में ही पांचवीं बार आम चुनाव होंगे। देश के इतिहास में बेनेट अब सबसे कम समय के लिए प्रधानमंत्री पद संभालने वाले शख्स बन गए हैं।
इसलिए गिरी सरकार
बता दें कि इजराइल में हाल ही में सियासी संकट के बाद सरकार गिर गई थी। इस सरकार के गिरने की वजह आठ विपरीत विचारधारा की पार्टियों का महत्वकांक्षी मिलन रहा जो केवल पूर्व पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को सत्ता से दूर करने के लिए एकसाथ आए थे।