पश्चिमी देशों के राजनयिकों व तालिबान की वार्ता में महिला अधिकारों पर रहा जोर, विदेश मंत्री ने सराहना करते हुए बताया सार्थक कदम
नार्वे की राजधानी ओस्लो में अफगानिस्तान को मानवीय सहायता और मानवाधिकार के मुद्दे पर तालिबान, पश्चिमी देशों के राजनयिकों व अन्य प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को समाप्त हुई तीन दिवसीय वार्ता में महिलाओं के अधिकारों पर जोर रहा।
नार्वे की राजधानी ओस्लो में अफगानिस्तान को मानवीय सहायता और मानवाधिकार के मुद्दे पर तालिबान, पश्चिमी देशों के राजनयिकों व अन्य प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को समाप्त हुई तीन दिवसीय वार्ता में महिलाओं के अधिकारों पर जोर रहा। अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने वार्ता की सराहना करते हुए उसे सार्थक बताया। यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब ठंड के साथ अफगानिस्तान का आर्थिक संकट भी बढ़ रहा है। मुत्ताकी ने खास बातचीत में कहा, 'ऐसी यात्राएं हमें दुनिया के करीब लाएंगी। तालिबान सरकार अफगानिस्तान को समस्याओं से बचाने, अधिक सहायता लेने व आर्थिक समस्याओं के समाधान का हरसंभव प्रयास करेगी।' तालिबान अमेरिका व अन्य पश्चिमी देशों द्वारा रोकी गई 10 अरब डालर की राशि को जारी करने की मांग कर रहा है। लेकिन, प्रतिबंधों में ढील देने के लिए पश्चिमी ताकतें अफगान महिलाओं व लड़कियों को और अधिकार देने तथा सरकार में अल्पसंख्यक जातीय व धार्मिक समूहों की भागीदारी की शर्तें रख रही हैं। एएनआइ के अनुसार, तालिबानी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि अमेरिका के वरिष्ठ ट्रेजरी अधिकारी के साथ रोकी गई राशि व प्रतिबंधों के मुद्दे पर गंभीर व प्रभावी बातचीत हुई।