बॉयफ्रेंड की हत्या करने वाली लड़की के सपोर्ट में आई महिलाएं, जानें क्या है वजह
ब्रिटेन (Britain) के लेस्टर (Leicester) में अपने बॉयफ्रेंड की हत्या करने वाली एक लड़की को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है
ब्रिटेन (Britain) के लेस्टर (Leicester) में अपने बॉयफ्रेंड की हत्या करने वाली एक लड़की को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. 28 साल की एमा जेयनी मैगसन (Emma-Jayne Magson) ने अपने 26 साल के बॉयफ्रेंड जेम्स नाइट (James Knight) की चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी. ये घटना मार्च, 2016 की है. मामले में दोबारा हुई सुनवाई में भी वह दोषी पाई गई, जिसके बाद उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई है.
मामले की शुरुआती सुनवाई में उसने हत्या की बात से इनकार कर दिया था और दावा किया था कि उसने ऐसा सेल्फ डिफेंस (आत्मरक्षा) के लिए किया है. साथ ही उसने कहा कि नाइट शराब या ड्रग्स के नशे में था. लेकिन इसके एक साल बाद वो दोषी साबित हुई और उसे कम से कम 17 साल की सजा सुनाई गई. आज एमा को बर्मिंघम क्राउन कोर्ट (Birmingham Crown Court) ने उम्रकैद की सजा सुनाई है और उसे कम से कम 17 साल जेल में बिताने होंगे.
एक बार फिर हुआ ट्रायल
ये सजा कोर्ट की अपील पर एक बार फिर हुए ट्रायल के बाद सुनाई गई है. मामले में दूसरी बार बर्मिंघम क्राउन कोर्ट ने सुनवाई की है, जहां न्यायाधीशों ने एक बार फिर एमा को नाइट की हत्या का दोषी पाया है. इस मामले की दोबारा सुनवाई उस समय की गई, जब महिलाएं उसके सपोर्ट में उतरी थीं. इन महिलाओं का कहना है कि एमा घरेलू हिंसा की शिकार थीं इसलिए उन्होंने जो कुछ किया वह अपने बचाव के लिए किया था (Emma Jayne Magson is Jailed For Life).
2017 में खत्म हुई थी पहली सुनवाई
जज जेरेमी बेकर ने सजा सुनाते हुए एमा से कहा कि उसकी सजा की तारीख 2017 में मामले की पहली सुनवाई खत्म होने के बाद से ही शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि वह कानूनी कारणों के चलते पहले सुनाई गई न्यूनतम 17 साल की सजा की अवधि को बढ़ा नहीं सकते हैं. बीते साल जनवरी महीने में कोर्ट ऑफ अपील ने मानसिक रोग से संबंधित सबूतों के आधार पर दोबारा ट्रायल शुरू होने का आदेश दिया था.
इस बीमारी से पीड़ित बताया गया
इन सबूतों में कहा गया था कि एमा इमोशनली अन्स्टेबल पर्सनालिटी डिसऑर्डर (Emotionally Unstable Personality Disorder) से जूझ रही थी और इसी वजह से हत्या में वह पूरी तरह जिम्मेदार नहीं है. इसके बाद मामले का दूसरा ट्रायल बर्मिंघम क्राउन कोर्ट में शुरू किया गया. जहां 10-2 के फैसले से वह एक बार फिर नाइट की हत्या में दोषी पाई गई. कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि कैसे 999 हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने से पहले 45 मिनट तक एमा ने इंतजार किया और अपने पार्टनर पर हमले किए.