सर्जरी के बाद बीमार चल रही थी महिला, अफगानी नागरिक ने निभाया पड़ोसी धर्म, लोगो ने जमकर की तारीफ

अपने अनुभव भी साझा किए हैं कि कैसे मुश्किल समय में पड़ोसी ही उनके काम आए.

Update: 2022-02-11 01:57 GMT

पश्चिमी देश (Western Countries) एशियाई देशों के मुकाबले भले ही कितने भी आगे क्यों न हों, लेकिन जब बात रिश्ते (Relationship) निभाने की आती है तो एशिया वालों का कोई तोड़ नहीं. हाल ही में एक ब्रिटिश महिला (British Woman) को भी इसका अहसास हो गया. दरअसल, महिला बीमार चल रही थी, जब ये बात उसके अफगानी पड़ोसी (Afghan Neighbour) को पता चला तो उसने कुछ ऐसा किया कि महिला भावुक हो गई. अफगानी शख्स की कहानी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

इस तरह निभाया पड़ोसी धर्म
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, ब्रिटिश महिला Sunday Blake ने ट्वीट करके बताया है कि किस तरह उसके पड़ोस में रहने वाले अफगानी शख्स (Afghan Neighbour) ने उसकी मदद की. महिला ने कहा कि बीमारी में जब उसके लिए खाना पकाना भी मुश्किल था, तब उनका पड़ोसी उनके लिए खाना लेकर आया, वो भी घर का बना हुआ. खासबात ये है कि पड़ोसी ने ऐसा अपने मन से किया. अफगान नागरिक के पड़ोसी धर्म निभाने के इस अंदाज ने ब्लैक के साथ-साथ सभी को भावुक कर दिया.
टूटी-फूटी इंग्लिश में पूछा हाल


ब्लैक ने कहा, 'मेरे पड़ोस में एक अफगानी रहता है. पिछले हफ्ते उसने टूटी-फूटी इंग्लिश में मुझसे पूछा कि मैं इतनी दुबली क्यों लग रही हूं. मैंने बताया कि मेरी सर्जरी हुई थी और मैं बीमार हूं. इसके कुछ देर बाद वो मेरे लिए खाना ले आया और वो भी अपने घर पर बनाकर (Homemade Food)'. ब्लैक ने खाने की तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए पूरी कहानी भी बयां की है, जो वायरल जो गई है.
अपने तक ही सीमित रहते हैं लोग
पश्चिमी देशों में अधिकांश लोग अपने तक ही सीमित रहते हैं. उन्हें पता ही नहीं होता कि पड़ोस में क्या चल रहा है. फिर भले ही किसी की मौत भी क्यों न हो जाए. इटली में हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें अकेले रहने वाली बुजुर्ग महिला की लाश उसके घर से दो साल बाद बरामद की गई. पड़ोसियों को पता ही नहीं था कि उसकी मौत हो गई है. ऐसे में जब एक अफगान नागरिक ने पड़ोसी धर्म निभाया, तो ब्रिटिश महिला की आंखें नम हो गईं.
'ऐसा पड़ोसी मिलना मुश्किल'
ब्लैक के ट्वीट को 58K से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. कई लोगों ने अफगान नागरिक की तारीफ करते हुए लिखा है कि आज के वक्त में ऐसे पड़ोसी मिलना मुश्किल है. वहीं, कुछ यूजर्स ने अपने अनुभव भी साझा किए हैं कि कैसे मुश्किल समय में पड़ोसी ही उनके काम आए.




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