'ईंधन और बिजली दरों में बढ़ोतरी के कारण करेंगे धरना' ...पाक सरकार के कर्मचारियों का बड़ा ऐलान
पाक सरकार के कर्मचारियों का बड़ा ऐलान
पाकिस्तान इन दिनों बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है। देश की जनता आवश्यक जरूरतों के लिए दैनिक संघर्ष से जूझ रही है। वहीं ऐसे में पाकिस्तानी सरकारी कर्मचारियों ने शुक्रवार को बड़ी घोषणा की, जिसमें उन्होंने कहा कि वे सोमवार को देश के वित्त मंत्रालय के बाहर ईंधन और बिजली दरों में अभूतपूर्व वृद्धि के कारण धरना देंगे, धरने में कर्मचारी अपने वेतन में वृद्धि की भी मांग करेंगे।
पाकिस्तानी अखबार डान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी कर्मचारियों के एक गठबंधन ने आगामी बजट में बढ़ोतरी के लिए दबाव बनाने के लिए वित्त मंत्रालय के बाहर सांकेतिक धरना देंगे।
रहमान बाजवा ने कहा
इस पूरे मामले पर आल गवर्नमेंट एंप्लायीज ग्रैंड अलायंस के चीफ कआर्डिनेटर रहमान बाजवा ने कहा कि कर्मचारियों को 50 फीसदी वेतन वृद्धि दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमारे सांकेतिक धरना का उद्देश्य कर्मचारियों के मुद्दे पर सरकार को संवेदनशील बनाना होगा। 9 जून को हम धरना देंगे जिसमें देश भर से हजारों कर्मचारी शामिल होंगे।' उन्होंने आगे बताया कि सरकार ने पेट्रोलियम की कीमतों में पीकेआर 60 प्रति लीटर तक की वृद्धि की थी, जिससे अन्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। इसलिए सरकारी कर्मचारियों के वेतन में महंगाई दर के हिसाब से बढ़ोतरी की जानी चाहिए। इसके अलवा बाजवा ने कहा कि तदर्थ राहत को समाप्त करने और इसे नियमित वेतन का हिस्सा बनाने के लिए सरकार से पिछले साल के समझौते को लागू करने का आश्वासन मिलने तक कर्मचारी अपनी हड़ताल वापस नहीं लेंगे। रहमान बाजवा ने कहा, 'कर्मचारी गैर राजनीतिक हैं, हमारा राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन हम अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरेंगे।'
पाकिस्तान के हालत बिगड़े हुए हैं, देश आर्थिक तंगी की मार झेल रहा है। इस नाजुक समय में यह धरना तब होने जा रहा है, जब शहबाज शरीफ की सरकार ने ईंधन की कीमतों में 40 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ-साथ बिजली के लिए प्रति यूनिट टैरिफ में 47 फीसदी की बढ़ोतरी की है।