चीन के साथ शीत युद्ध संबंधी अपने बयान को हकीकत में बदलेंगे, यूएन में बाइडन के बयान पर दी प्रतिक्रिया
जब वैश्विक नेता दक्षिण-पश्चिमी शहर कुनमिंग में 12-13 अक्टूबर को वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं।
चीन में बिजली कटौती के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों ने स्मार्टफोन की फ्लैशलाइट की रोशनी में नाश्ता करना पड़ा और दुकानदारों को जनरेटर चलाना पड़ा। बता दें कि चीन के शहरों में बुधवार को आधिकारिक संरक्षण लक्ष्यों को पूरा करने और कुछ क्षेत्रों में इसकी कमी से निपटने के लिए बिजली कटौती की गई। समाचार रिपोर्टों में कहा गया कि कोयले की कीमत बढ़ने के कारण ऐसा हुआ। बिजली कंपनियां बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अनिच्छुक हैं। वहीं अर्थशास्त्रियों का कहना है कि असली मकसद राजनीतिक है। आधिकारिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अधिकारियों पर ऊर्जा के उपयोग को कम करने का दबाव है।
चीन के पूर्वोत्तर के सबसे अधिक आबादी वाले शहर शेनयांग में रेस्तरां के मालिक ली यूफेंग ने स्थानिय समयानुसार 7.30 बजे बिजली गुल होने का नोटिस देखने के बाद नूडल्स बनाने के लिए इलेक्ट्रिक साइकिल की बैटरी का इस्तेमाल किया। ली ने कहा कि उन्होंने चिकन, सास और अन्य व्यंजन तैयार करने के लिए दो घंटे पहले, सुबह 6 बजे काम करना शुरू कर दिया।
ली ने कहा कि बिजली गुल होने से कुछ प्रभाव देखने को मिला, लेकिन इसका बहुत व्यापक प्रभाव नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि ग्राहकों ने स्मार्टफोन की रोशनी में खाना खाया। चीन के सबसे व्यस्त विनिर्माण प्रांतों में कारखानों में उत्पादन एक सप्ताह तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। इससे स्मार्टफोन और अन्य सामानों की वैश्विक आपूर्ति बाधित हो सकती है।
लोगों ने सरकार से समस्या के समाधान के लिए सोशल मीडिया पर गुहार लगाई है। चीन की बिजली की खपत अपनी सामान्य से लगभग दोगुनी दर से बढ़ रही है। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी बिजली की खपत को कम करने की कोशिश कर रही है। यहां बिजली कटौती ऐसे समय में देखने को मिल रही है, जब वैश्विक नेता दक्षिण-पश्चिमी शहर कुनमिंग में 12-13 अक्टूबर को वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं।