ईरान ने अमेरिका से क्यों कहा- वापस करो हमारे 10 बिलियन डॉलर, जानें
अमेरिका ने ईरान से परमाणु वार्ता करने के संकेत दिए हैं. लेकिन ईरान ने वार्ता शुरू होने से पहले ही उसके सामने कुछ शर्तें रख दी हैं. इ
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका (USA) ने ईरान (Iran) से परमाणु वार्ता करने के संकेत दिए हैं. लेकिन ईरान ने वार्ता शुरू होने से पहले ही उसके सामने कुछ शर्तें रख दी हैं. इनमें सबसे बड़ी शर्त अरबों डॉलर की है. ईरान के विदेश मंत्री होसेन अमीराबदोल्लाहिया ( Iranian Foreign Minister) ने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले महीने परमाणु वार्ता (Iran Nuclear Deal ) फिर से शुरू करने के लिए उनसे बात की है. लेकिन उन्होंने शर्त रखी कि अमेरिका पहले ईरान के ब्लॉक हो चुके 10 अरब डॉलर को सद्भावना संकेत के तौर पर जारी करना होगा.
ईरान ने अमेरिका के साथ सीधी बातचीत की पेशकश भी खारिज कर दी है. 2015 के परमाणु समझौते को बहाल करने पर हो रही अप्रत्यक्ष वार्ता को भी जून में रोक दिया गया था.
कड़े आर्थिक प्रतिबंध झेल रहा है ईरान
ईरान के सरकारी मीडिया के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र में पिछले महीने अमेरिका ने मध्यस्थों के ज़रिए ईरान के विदेश मंत्री से संपर्क करने की कोशिश की थी. ईरान के बैंकिंग और ऊर्जा क्षेत्रों पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण उसके तेल और गैस निर्यात से मिले अरबों डॉलर विदेशी बैंकों में फंस गए हैं.
अमेरिकी जारी करे हमारे 10 अरब डॉलर
विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिकियों ने न्यूयॉर्क में (संयुक्त राष्ट्र महासभा में) अलग-अलग माध्यमों से हमसे संपर्क करने की कोशिश की. हमने मध्यस्थों से कहा है कि अगर अमेरिका के इरादे गंभीर हैं तो उसके गंभीर संकेत मिलने चाहिए.
हमारे ब्लॉक हो चुके 10 अरब डॉलर को जारी कर देना चाहिए. पश्चिमी देश ईरान से वार्ता शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं. उनका कहना है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम समझौते की निर्धारित सीमा से काफी आगे बढ़ गया है.