कौन बनेगा ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री? ऋषि सुनक के साथ-साथ भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन भी पद की दौड़ में शामिल
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दिए जाने के साथ ही नए प्रधानमंत्री के लिए दौड़ शुरू हो गई और ऋषि सुनक के बाद भारतीय मूल की एक और उम्मीदवार सुएला ब्रेवरमैन ”दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद” के लिए प्रतिस्पर्धा को तैयार हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson Resign) द्वारा कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दिए जाने के साथ ही नए प्रधानमंत्री के लिए दौड़ शुरू हो गई और ऋषि सुनक के बाद भारतीय मूल की एक और उम्मीदवार सुएला ब्रेवरमैन "दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद" के लिए प्रतिस्पर्धा को तैयार हैं.
गोवा मूल की सुएला ब्रेवरमैन अभी ब्रिटिश कैबिनेट में अटॉर्नी जनरल हैं. वह उन शुरूआती सांसदों में हैं जिन्होंने इस दौड़ में औपचारिक रूप से शामिल होने की घोषणा की है. हाल ही में इस्तीफा देने वाले कैबिनेट मंत्री ऋषि सुनक और गृह मंत्री प्रीति पटेल जैसे भारतीय मूल के अन्य नेताओं को भी शीर्ष पद के लिए संभावित दावेदारों के तौर पर देखा जा रहा है.
बैरिस्टर और सरकार में सबसे वरिष्ठ कानूनी अधिकारी ब्रेवरमैन (42) को अपनी पार्टी के 'ब्रेक्जिट' समर्थक गुट से कुछ समर्थन मिलने की संभावना है. उन्होंने कहा, ''मैं खुद को आगे रख रही हूं क्योंकि मेरा मानना है कि 2019 का घोषणापत्र इस उद्देश्य के लिए उपयुक्त है… और मैं उस घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा करना चाहती हूं.''
स्टीव बेकर का नाम भी रेस में शामिल
'ब्रेक्जिट' के मुखर समर्थक नेता स्टीव बेकर ने भी घोषणा की कि उनका इरादा भी इस दौड़ में शामिल होने का है. जॉनसन के औपचारिक इस्तीफे के साथ ही शीर्ष पद के लिए कई अन्य नेताओं के आगे आने की उम्मीद है.
एक नए सर्वेक्षण के अनुसार रक्षा मंत्री बेन वालेस अगला प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं. पार्टी की ''1922 समिति'' नेतृत्व प्रतिस्पर्धा के लिए समय सारिणी निर्धारित करेगी. इस दौड़ में शामिल होने के लिए किसी भी सांसद को आठ सहयोगियों द्वारा मनोनीत कराना होता है.
सर्वेक्षण के अनुसार अगर वालेस चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो वह सबसे आगे रह सकते हैं. सर्वेक्षण में 13 प्रतिशत लोगों ने वालेस का नाम लिया जबकि 12 प्रतिशत लोगों ने कनिष्ठ मंत्री पेनी मोर्डौंट का समर्थन किया. पूर्व वित्त मंत्री सुनक को भी एक दावेदार के रूप में देखा जाता है और सर्वेक्षण में उन्हें 10 प्रतिशत समर्थन मिला है.