WHO प्रमुख ने दुनिया से कहा- कोरोना के मामलों में कमी के कारण प्रतिबंधों में ढील न दी जाए
ससे बचने के लिए अधिकतर देशों में टीकाकरण (COVID-19 Vaccination) अभियान शुरू हो गया है.
दुनिया के कई देश कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) के कहर का अब भी सामना कर रहे हैं. इससे बचने के लिए अधिकतर देशों में टीकाकरण (COVID-19 Vaccination) अभियान शुरू हो गया है. लेकिन संक्रमण के नए स्ट्रेन लोगों की चिंता को फिर से बढ़ा रहे हैं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के प्रमुख टेड्रोस अधानोम गेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा है कि बेशक कोरोना वायरस के मामलों में हमें कमी देखने को मिल रही है, लेकिन फिर भी इसे रोकने के लिए लगाए प्रतिबंधों (Coronavirus Restriction) में किसी तरह की ढील नहीं दी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि मामलों में आई कमी प्रोत्साहित करने वाली है, लेकिन कोविड-19 को फैलने से रोकने में लगाए गए प्रतिबंध कारगर रहे हैं, इसलिए इनमें ढील दिया जाना ठीक नहीं है. गेब्रेयसस ने शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में संक्रमण के मामलों (Drop in COVID-19 Infections) में लगातार चौथे सप्ताह कमी आई है और मृतकों की संख्या में भी लगातार दूसरे सप्ताह कमी आई है. उन्होंने कहा, 'ऐसा प्रतीत होता है कि संक्रमितों और मृतकों की संख्या में यह कमी जन स्वास्थ्य संबंधी कदमों को सख्ती से लागू किए जाने के कारण आई है.'
प्रतिबंधों में ढील का समय नहीं
उन्होंने कहा, 'हम सभी संख्या में आई कमी से उत्साहित हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति से संतुष्ट हो जाना वायरस जितना ही खतरनाक होगा.' गेब्रेयसस ने कहा, 'अभी यह समय नहीं आया है कि कोई भी देश प्रतिबंधों में (Caution Against Relaxing Restrictions Warns WHO chief) ढील दे. अब अगर किसी की मौत होती है, तो यह और भी अधिक त्रासदीपूर्ण होगा क्योंकि वैक्सीन लगनी शुरू हो गई हैं.' डब्ल्यूएचओ ने बताया कि दुनिया भर में संक्रमण के 19 लाख नए मामले सामने आए हैं, जबकि बीते सप्ताह में यह संख्या 32 लाख थी.
चीन में संक्रमण की उत्पत्ति की जांच
उन्होंने कहा कि संक्रमण के संभावित स्रोत का पता लगाने के लिए हाल में चीन की यात्रा करने वाला डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ मिशन (WHO Team in China) अपने अध्ययन का सार अगले सप्ताह पेश करेगा. कुछ दिन पहले ही इस टीम ने कहा था कि वायरस चीन में स्थित वुहान लैब (Wuhan Lab) से निकला है, इस बात के पुख्ता सबूत नहीं है. साथ ही इन्होंने चीन में लैब के अलावा सीफूड मार्केट और कई अस्पतालों का भी दौरा किया था. वायरस साल 2019 में चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था, जिसने तेजी से पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया. चीन पर वायरस की जानकरी दुनिया से छिपाने के आरोप लगे थे.