व्हाइट हाउस ने किया दावा, Ukraine संकट को देखते हुए भारत समेत कई सहयोगियों के साथ काम कर रहा है अमेरिका
यूक्रेन मसले पर तनाव चरम पर है. इस बीच अमेरिका ने कहा है कि वो यूक्रेन पर मौजूदा खतरे को देखते हुए भारत समेत कई और सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन मसले पर तनाव चरम पर है. इस बीच अमेरिका (America) ने कहा है कि वो यूक्रेन (Ukraine) पर मौजूदा खतरे को देखते हुए भारत समेत कई और सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. एएनआई के मुताबिक व्हाइट हाउस (White House) ने सोमवार को कहा कि रूस की और यूक्रेन पर हमले की आशंका को लेकर अमेरिका भारत सहित अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इस अहम मसले पर काम कर रहा है.
रूस पर क्वाड (Quad) के सर्वसम्मत निर्णय के बारे में पूछे जाने पर, व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सचिव कैरीन जीन-पियरे (Karine Jean-Pierre) ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस क्षेत्र में हैं और उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच बढ़े तनाव पर चर्चा की. जीन-पियरे ने कहा कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस खतरे पर भी चर्चा की है कि रूस की आक्रामकता न केवल यूक्रेन के लिए बल्कि पूरे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए खतरा है.
'यूक्रेन संकट पर भारत और सहयोगियों के साथ मिलकर काम'
व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सचिव (White House Deputy Press Secretary) कैरीन जीन-पियरे ने आगे कहा कि क्वाड (Quad) पार्टनर्स के साथ बैठकों के दौरान एंटनी ब्लिंकन ने अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और यूरोपीय सहयोगियों का समर्थन करने के लिए हमारी तत्परता के आधार पर रूस के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की. क्वाड में भारत की भूमिका के बारे में बात करते हुए डिप्टी प्रेस सचिव ने कहा कि हम एक रणनीतिक साझेदारी का निर्माण जारी रखेंगे.
उन्होंने कहा कि जिसमें अमेरिका और भारत दक्षिण एशिया में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे. स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, साइबरस्पेस जैसे नए डोमेन में सहयोग करते हैं. ये हमारे आर्थिक और टेक्नोलॉजी के स्तर पर सहयोग को गहरा करने और एक स्वतंत्र इंडो पैसिफिक (Indo Pacific) में योगदान करने के लिए अहम हैं. हम मानते हैं कि भारत दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र में एक समान विचारधारा वाला भागीदार और नेता है.
यूक्रेन पर जल्द ही हमले का आशंका
दक्षिण पूर्व एशिया में सक्रिय और उससे जुड़ा क्वाड की एक प्रेरक शक्ति और क्षेत्रीय विकास के लिए एक इंजन के रूप में भूमिका है. रूस पर प्रतिबंधों के बारे में उन्होंने कहा कि हम बारीकियों में नहीं जा रहा हैं लेकिन हम भारत सहित कई अहम भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) छह नेताओं, नाटो और यूरोपीय संघ के प्रमुखों के साथ अहम वार्ता में शामिल हुए. पश्चिम के देशों और रूस के बीच तनाव को कम करने के लिए कोशिशें भी हो रही हैं.
बता दें कि रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास 100,000 से अधिक सैनिकों को इकट्ठा किया है. अमेरिका और नाटो (NATO) सहयोगियों की ओर से चिंता जताते हुए कई बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को चेतावनी भी दी गई है बावजूद इसके रूस यूक्रेन सीमा के पास से अपने सैनिकों को वापस नहीं कर रहा है. अमेरिका का दावा है कि रूस बहुत ही जल्द यूक्रेन पर आक्रमण कर सकता है. हालांकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ऐसी किसी योजना से इनकार करते रहे हैं.