पृथ्वी के बीच में क्या है? वैज्ञानिकों ने हीरे के भीतर पहली बार देखा 'दाग'

वैज्ञानिकों ने हीरे के भीतर पहली बार देखा 'दाग'

Update: 2021-11-12 14:52 GMT

वॉशिंगटन: जब भी यह सवाल उठता है कि वास्तव में धरती के अंदर क्या है तो भूविज्ञानी इसके जवाब में 'डायमंड' का सहारा लेते हैं। हीरे के अंदर फंसी एक छोटी सी चट्टान अब यह राज खोल सकती है कि धरती का लोअर मेंटल (Lower Mantle) कैसा दिखता है। पृथ्वी की सतह के नीचे से निकाले गए हीरे के भीतर वैज्ञानिकों ने पहले कभी ने देखे गए खनिज का पहला नमूना खोजा है।

इस खनिज का नाम Davemaoite रखा गया है जो पृथ्वी पर पाए जाने वाले हाई-प्रेशर कैल्शियम सिलिकेट पेरोव्स्काइट (CaSiO3) का पहला उदाहरण है। CaSiO3 का एक अन्य रूप जिसे वोलास्टोनाइट के रूप में जाना जाता है, आमतौर पर दुनिया भर में पाया जाता है। लेकिन डेवमाओइट में एक क्रिस्टलीय संरचना होती है जो सिर्फ पृथ्वी के उच्च दबाव और उच्च तापमान वाले हिस्से मेंटल में बनती है। मेंटल बाहरी कोर और क्रस्ट के बीच पृथ्वी की मुख्य रूप से ठोस परत है।
660 किमी नीचे बने हीरे से हुआ खुलासा
माना जा रहा है कि डेवमाओइट लंबे समय से पृथ्वी के मेंटल में प्रचुर मात्रा में और भू-रासायनिक रूप से महत्वपूर्ण खनिज रहा है। लेकिन वैज्ञानिकों को कभी इसके अस्तित्व से जुड़ा कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं मिला। क्योंकि यह सतह की ओर बढ़ने पर और दबाव कम होने पर अन्य खनिजों में टूट जाता है। अब दक्षिणी अफ्रीका के बोत्सवाना में एक हीरा मिला है जो सतह से करीब 660 किलोमीटर नीचे मेंटल में बना है।
डेवमाओइट की खोज को बताया 'आश्चर्य'
इस हीरे के अंदर फंसे हुए डेवमाओइट के सैंपल्स का खुलासा हुआ है। लिहाजा अंतरराष्ट्रीय खनिज संघ ने अब एक नए खनिज के रूप में डेवमाओइट की पुष्टि की है। प्रमुख भूभौतिकीविद् हो-क्वांग (डेव) माओ के नाम पर इसे डेवमाओइट नाम दिया गया है। लास वेगास के नेवादा विश्वविद्यालय के एक खनिज विज्ञानी ओलिवर त्सचुनर ने लाइव साइंस को बताया कि डेवमाओइट की खोज एक 'आश्चर्य' है।
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