ये क्या चल रहा है? शहद में मिलाया जा रहा वियाग्रा, कंपनियां सेक्स पावर बढ़ाने कर रहे ऐसा...
नई दिल्ली: शहद को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. आयुर्वेद में भी शहद के कई फायदों के बारे में में बताया है. आजकल मार्केट में अलग-अलग ब्रांड के शहद मिलने लगे हैं लेकिन आप जिस शहद का सेवन कर रहे हैं वो क्या सच में असली है या उसमें किसी तरह की मिलावट की गई है, यह जानना काफी जरूरी होता है. हाल ही में अमेरिका के फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने शहद में मिलावट को लेकर चार कंपनियों को वॉर्निंग जारी की है.
FDA के मुताबिक, ये चारों कंपनियां शहद में ऐसी चीजें मिलाकर बेच रही थीं जो ग्राहकों की सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकती हैं. ये सभी कंपनियां सेक्स पावर बढ़ाने के लिए शहद में मिलावट कर प्रोडक्ट्स बेच रहीं थी. इन सभी प्रोडक्ट्स में वियाग्रा और सियालिस जैसे ड्रग मिलाए जा रहे थे जिनकी जानकारी प्रोडक्ट्स के लेबल पर नहीं दी गई थी.
FDA ने यूएस टॉयल हनी एलएलसी (US Royal Honey LLC), एमकेएस इंटरप्राइस एलएलसी (MKS Enterprise LLC), शॉपेक्स डॉट कॉम(Shopaax.com) और 1 am USA Incorporated dba Pleasure Products USA को वॉर्निंग लैटर भेजा है. ये चारों कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को अलग-अलग वेबसाइट्स पर बेच रही थीं.
शहदयुक्त इन सभी प्रोडक्ट्स को सेक्स पावर बढ़ाने के लिए अलग-अलग नामों के साथ बेचा जा रहा था जैसे 'डोज वाइटल हनी फॉर मेन्स', 'सीक्रेट मिरैकल रॉयल हनी फोर हर्स', 'किंगडम हनी रॉयल वीआईपी' आदि. इन सभी प्रोडक्ट्स के लेबल पर वियाग्रा और सियालिस जैसे इंग्रीडिएंट्स की जानकारी नहीं दी गई थी. सभी प्रोडक्ट्स के लेबल पर सिर्फ कैवियार पाउडर, और दालचीनी जैसे नैचुरल इंग्रीडिएंट्स का नाम लिखा हुआ था.
FDA की ओर से पोस्ट किए गए नोटिस के मुताबिक, एजेंसी की लेबोरेटरी टेस्टिंग में इन प्रोडक्ट्स के सैंपल्स में पाया गया कि इन सभी में ऐसे ड्रग इंग्रीडिएंट्स शामिल थे जिनका नाम प्रोडक्ट्स के लेबल पर नहीं दिया गया था. इन सभी कंपनियों के प्रोडक्ट्स में एजेंसी को वियाग्रा और सियालिस जैसे ड्रग इंग्रीडिएंट्स मिले. इन दोनों ही इंग्रीडिएंट्स को FDA की ओर से ड्रग घोषित किया गया है जिसका इस्तेमाल नपुंसकता की समस्या से जूझ रहे पुरुषों के इलाज में किया जाता है. इस ड्रग का इस्तेमाल सिर्फ मेडिकल कारणों के चलते ही किया जाता है.
'एफडीए की अधिकारी जूडी मैकमीकिन ने कहा, "इस तरह के शहदयुक्त प्रोडक्ट्स काफी खतरनाक होते हैं क्योंकि उपभोक्ता इन उत्पादों में छिपे हुए ड्रग इंग्रीडिएंट्स से जुड़े जोखिमों से अनजान होते हैं. साथ ही यह ड्रग इंग्रीडिएंट्स उपभोक्ताओं की ओर से लिए गए अन्य ड्रग्स और सप्लीमेंट्स के साथ मिलकर रिएक्ट कर सकते हैं.'
कमिश्नर ने आगे कहा कि इस तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से यह कई बार जानलेवा भी साबित हो सकते हैं. हम उपभोक्ताओं को ऑनलाइन या दुकानों में खरीदारी करते समय सतर्क रहने के लिए कहते हैं ताकि वे ऐसे प्रोडक्ट्स को खरीदने से बच सकें जो उनकी हेल्थ को खतरे में डालते हैं.
IFT साइंस के मुताबिक, अनजाने में या जानबूझकर वियाग्रा और सियालिस जैसे ड्रग्स का सेवन करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. वियाग्रा PDE5 नामक एंजाइम के काम को रोक देता है. पीडीई 5 का काम ब्लॉक होने से रक्त कोशिकाएं रिलैक्स हो जाती हैं, ब्लड फ्लो बढ़ता है और ब्लड प्रेशर गिरकर खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है.
IFT साइंस के अनुसार, वियाग्रा और सियालिस जैसी दवाएं नाइट्रेट के साथ मिलकर रिएक्ट करती हैं, जिसे लोग डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल या हार्ट डिजीज में लेते हैं. इससे आपको सेहत से जुड़ी खतरनाक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.