कराची में उपचुनाव के दौरान हिंसा, एक की मौत और कई घायल
कराची में उपचुनाव के दौरान हिंसा
कराची, एजेंसी। पाकिस्तान के कराची शहर में उपचुनाव के दौरान हिंसा भड़क गई। गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दस लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान रजा ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई करने का आदेश दिया। इकबाल मुहम्मद अली की मौत के बाद खाली हुई नेशनल असेंबली की इस सीट के लिए उपचुनाव कराया गया। बता दें कि उपचुनाव के दौरान अब निष्क्रिय मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) पार्टी के प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच झड़पें हुईं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि धार्मिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) भी हिंसा की कुछ घटनाओं में शामिल है। अधिकारी ने कहा कि मुख्य रूप से प्रतिद्वंद्वी दलों- पाक सरजमीन पार्टी (पीएसपी) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के कार्यकर्ताओं और नेताओं बीच झड़पें हुईं। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में टीएलपी कार्यकर्ताओं ने गोलियां भी चलाईं।
मतदान के दौरान धांधली करने और हिंसा भड़काने का आरोप
तीनों दलों ने बाद में एक-दूसरे पर एनए-240 निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान के दौरान धांधली करने और हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। इस निर्वाचन क्षेत्र में लांधी और कोरंगी आते हैं जो निष्क्रिय हो चुकी एमक्यूएम का गढ़ रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। अप्रैल में एमक्यूएम-पी के इकबाल मुहम्मद अली की मृत्यु के बाद सीट खाली हुई थी जिसकी वजह से नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव जरूरी हो गया था।
MQM का गढ़ रहा है यह क्षेत्र
पाकिस्तान पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुख्य रूप से मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के कार्यकर्ताओं और प्रतिस्पर्धी दल पाक सरजमीन पार्टी के नेताओं बीच झड़प हुईं। तीनों दलों ने बाद में एक दूसरे पर एनए-240 निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान के दौरान धांधली और हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। ये इलाका और निर्वाचन क्षेत्र वर्षों से निष्क्रिय एमक्यूएम का गढ़ रहे हैं। दरअसल, अप्रैल में एमक्यूएम-पी एमएनए इकबाल मुहम्मद अली की मृत्यु के बाद यह सीट खाली हो गई थी। जिसके बाद नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव जरूरी हो गया था। उपचुनाव के लिए इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 309 मतदान केंद्र और 1,236 मतदान केंद्र बनाए गए थे। यहां मुख्य रूप से उर्दू बोलने वालों का वर्चस्व है। इस निर्वाचन क्षेत्र में अन्य भाषा के निवासियों की संख्या कम है।
25 उम्मीदवार मैदान में
उपचुनाव के लिए कुल 25 उम्मीदवार मैदान में थे। इसमें मुख्य प्रतियोगियों में एमक्यूएम-पी के मुहम्मद अबू बकर, टीएलपी के शहजादा शाहबाज, पीपीपी के नासिर रहीम, पीएसपी के शब्बीर अहमद कैमखानी, एमक्यूएम के सैयद रफीउद्दीन शामिल हैं। पुलिस सर्जन डॉ सुमैया सैयद ने कहा कि हताहतों को लांधी इलाके से जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (जेपीएमसी) लाया गया था। उन्होंने बताया कि सैफुद्दीन कलीम नामक एक व्यक्ति को उसके सिर पर गोली लगने के कारण जेपीएमसी लाया गया था।