देशों में AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन पर लगी रोक को अमेरिका ने किया खंडन, कहा- वैश्विक समुदाय के साथ मिलकर करेंगे काम
कोरोना वायरस के कारण दिक्कतें झेल रहे लोगों, कारोबारियों को मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन ने गुरुवार को उन सभी खबरों को खारिज कर दिया है, जिसमें उनके द्वारा कोविड-19 वैक्सीन के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी. कुछ खबरों में दावा किया गया था कि अमेरिका ने यूरोपीय संघ (European Union) को कहा कि उसे कोविड-19 रोधी वैक्सीन (COVID 19 Vaccine) 'एस्ट्राजेनिका' की खेप हाल-फिलहाल में तो नहीं मिलने वाली है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने इस बात की जानकरी दी है.
उन्होंने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हम 'एस्ट्राजेनिका' के उत्पाद को खरीदते नहीं है. इसलिए उसपर निर्यात संबंधी कोई रोक नहीं है और अमेरिका के सभी वैक्सीन निर्माता अमेरिकी सरकार (US Government) के साथ अपने अनुबंध की शर्ते पूरी करते हुए अपने उत्पाद का कहीं भी निर्यात कर सकते हैं.' साकी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने निजी तौर पर और सार्वजनिक तौर पर भी कहा है कि उनकी प्राथमिकता है कि अमेरिकी लोगों को वैक्सीन मिले.
अमेरिका में 527,726 लोगों की मौत
साकी ने कहा, 'यह हमारी पहली प्राथमिकता है. लेकिन साथ ही हम वैश्विक समुदाय के साथ मिलकर इस दिशा में भी काम कर रहे हैं कि दुनियाभर में महामारी को कैसे नियंत्रित किया जाए. इससे पहले राष्ट्रपति बाइडेन ने पहली बार कोरोना वायरस को लेकर देश को भी संबोधित किया है. उन्होंने इस दौरान कहा कि अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण जितनी मौत (US Coronavirus Deaths) हुई हैं, उतनी मौत पहले और दूसरे विश्व युद्ध, वियतनाम युद्ध और 9/11 हमले में होने वाली कुल मौत से भी अधिक हैं. अमेरिका में कोरोना से 527,726 लोगों की मौत हो गई है.
सभी वयस्कों का होगा टीकाकरण
इसके साथ ही उन्होंने देश के सभी राज्यों को आदेश दिया है कि वह 1 मई से वयस्कों का टीकाकरण शुरू कर दें. बाइडेन ने कहा, 'एक साल पहले, हमपर चुपचाप एक वायरस ने हमला किया और अनियंत्रित होकर फैलता गया. कई दिनों, फिर हफ्तों, फिर महीनों में अधिक मौत होती गईं, अधिक तनाव और अकेलापन. हालांकि ये सभी के लिए अलग था. एक बड़े त्याग जैसा.' इससे पहले बाइडेन ने 19 खरब अमेरिकी डॉलर के (Joe Biden on Coronavirus) राहत पैकेज पर हस्ताक्षर किए हैं. राष्ट्रपति ने कहा है कि इस राहत पैकेज से कोरोना वायरस के कारण दिक्कतें झेल रहे लोगों, कारोबारियों को मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा.