PAK को दिखाई अमेरिकी सांसद ने औकात, कहा- जिहादी को न बनाओ राजदूत
पाकिस्तान को एक बार फिर इंटरनेशनल बेइज्जती का सामना करना पड़ा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान (Pakistan) को एक बार फिर इंटरनेशनल बेइज्जती का सामना करना पड़ा है.अमेरिकी सांसद स्कॉट पेरी (US Congressman Scott Perry) ने पाकिस्तान के अगले राजदूत के रूप में मसूद खान (Masood Khan) की नियुक्ति पर ऐतराज जताते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) से उसे खारिज करने की अपील की है. बाइडेन को लिखे अपने पत्र में सांसद ने मसूद खान को 'जिहादी' बताया है. गौरतलब है कि पिछले दिनों हिजबुल समर्थक मसूद खान को पाकिस्तान ने अमेरिका में अपना नया एंबेसेडर बनाने का ऐलान किया था. इसके बाद से बवाल मचा हुआ है.
सांसद ने ये लिखा पत्र में
राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को लिखे अपने पत्र में अमेरिकी सांसद स्कॉट पेरी ने कहा, 'मैं यह जानकर उत्साहित हूं कि विदेश मंत्रालय ने कथित तौर पर मसूद खान को पाकिस्तान से नए राजदूत के रूप में मंजूरी देने पर रोक लगा दी है, लेकिन सिर्फ रोक लगाना पर्याप्त नहीं है. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि मसूद खान की ओर से आपके सामने प्रस्तुत किए गए किसी भी राजनयिक प्रमाण पत्र को अस्वीकार कर दें'.
भारतीय सहयोगियों का जिक्र
पेरी ने राष्ट्रपति से अपील करते हुए कहा है कि पाकिस्तान सरकार की ओर से इस जिहादी को अमेरिका में पाकिस्तान का राजदूत बनाने के किसी भी प्रयास को खारिज कर दें. उन्होंने आगे कहा कि इमरान खान सरकार द्वारा क्षेत्र में हमारे हितों, साथ ही साथ हमारे भारतीय सहयोगियों की सुरक्षा को कमजोर करने के लिए काम करने वाले एक सच्चे आतंकवादी हमदर्द का नामांकन किया है. पाकिस्तान का ये फैसला अमेरिका के लिए इस्लामाबाद की निरंतर अवमानना से जुड़ा है.
US के खिलाफ दिए थे बयान
सांसद पेरी ने लिखा कि मसूद खान ने हिजबुल मुजाहिदीन और दूसरे विदेशी आतंकवादी संगठनों की प्रशंसा की है. खान ने युवाओं को हिजबुल मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर बुरहान वानी जैसे जिहादियों की तरह बनने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसने जिंदगी भर भारत के खिलाफ जंग लड़ी. उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा कि मसूद खान ने हिजबुल मुजाहिदीन पर प्रतिबंध लगाने के लिए 2017 में अमेरिका के खिलाफ बयान दिए थे.
कौन है मसूद खान?
मसूद खान पाकिस्तान का एक कट्टरपंथी ब्यूरोक्रेट है. वो कश्मीर में मारे गए कई आतंकियों को मसीहा बता चुका है. फिलहाल उसकी नियुक्ति पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने रोक लगा दी है. सांसद स्कॉट पेरी के पत्र के बाद इस बात की संभावनाएं बढ़ गई हैं कि अमेरिका उसकी नियुक्ति को खारिज करके पाकिस्तान को करारा झटका दे. वैसे, अमेरिकी सांसद का पत्र ही इमरान खान और उनके मुल्क पाकिस्तान के लिए किसी शर्मिंदगी से कम नहीं है.