अमेरिकी सेना ने कहा- अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में दो हाईप्रोफाइल ISIS-K साजिशकर्ता और सूत्रधार मारे गए

जिसमें इस्लामिक स्टेट के दो हाई-प्रोफाइल साजिशकर्ता और सूत्रधार की मौत हो गई। राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल हवाईअड्डे पर दोहरे विस्फोटों के लिए जवाबी कार्रवाई करने का वादा किया था

Update: 2021-08-28 17:25 GMT

अमेरिकी सेना ने शनिवार को कहा कि उसने अफगानिस्तान में एक ड्रोन हमला किया, जिसमें इस्लामिक स्टेट के दो हाई-प्रोफाइल साजिशकर्ता और सूत्रधार की मौत हो गई। राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल हवाईअड्डे पर दोहरे विस्फोटों के लिए जवाबी कार्रवाई करने का वादा किया था, जिसमें 169 अफगानी और 13 अमेरिकी नागरिक मारे गए थे।

इस्लामिक स्टेट के अफगानिस्तान सहयोगी, जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासान या आइएसआइएस-के कहा जाता है, ने गुरुवार को काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमले की जिम्मेदारी ली थी। ज्वाइंट स्टाफ फॉर रीजनल ऑपरेशंस के उप निदेशक मेजर जनरल हैंक टेलर ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, कि आइएसआइएस के दो हाई प्रोफाइल साजिशकर्ता निशाने पर मारे गए और एक घायल हो गया। इसमें कोई नागरिक नहीं मारा गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य की किसी भी योजना को निर्दिष्ट किए बिना मैं कहूंगा कि हमारे पास अपनी रक्षा करने और आवश्यकतानुसार आतंकवाद विरोधी अभियानों को जारी रहेगी।
मानवरहित हवाई हमले को अंजाम दिया गया
अमेरिकी मध्य कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने कहा, 'अमेरिकी सैन्य बलों ने आइएस-खुरासान के खिलाफ आतंक रोधी अभियान चलाया। अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में मानवरहित हवाई हमले को अंजाम दिया गया। हमें प्रारंभिक तौर पर लक्ष्य के खात्मे का संकेत मिला है। किसी नागरिक के हताहत होने की खबर नहीं है।' अमेरिकी हवाई हमले से एक दिन पहले बाइडन ने कहा था कि आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को खोजकर मारेंगे। दोषियों को काबुल हमले की कीमत चुकानी होगी। उन्होंने अपने सैन्य अधिकारियों को कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, पश्चिमी देशों के साथ ही तालिबान ने भी बताया है कि धमाके के बाद कुछ गिरफ्तारियां की गई हैं।

रीपर ड्रोन से किया गया हमला

समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि आइएस आतंकी के खिलाफ ड्रोन हमले को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। इसके लिए मानवरहित रीपर ड्रोन का उपयोग किया गया। इस ड्रोन को पश्चिम एशिया के एक ठिकाने से रवाना किया गया था।
नांगरहार में सुने गए कई धमाके
रायटर के अनुसार, पाकिस्तान से सटे नांगरहार की राजधानी जलालाबाद के निवासियों ने शनिवार को बताया कि मध्य रात्रि में कई धमाकों की आवाज सुनाई दी। मलिक अदीब नामक एक निवासी ने बताया कि तीन लोगों की मौत हुई और चार घायल हुए हैं। अफगानिस्तान के इस प्रांत को आइएस-खुरासान का गढ़ बताया जाता है। यह माना जाता है कि यहां हजारों की संख्या में आइएस आतंकी हैं।
काबुल में और हमले की चेतावनी
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम ने काबुल में और आतंकी हमले की चेतावनी दी है। इस बारे में टीम ने बाइडन को अवगत कराया है। टीम ने बताया है कि आने वाले दिनों में अफगानिस्तान से लोगों की निकासी का अभियान बेहद खतरनाक होगा। लेकिन खतरे के बावजूद अमेरिका के साहसी सैनिक और लोग निकासी अभियान को अंजाम दे रहे हैं।


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